परोपकार की मूर्ति कहलाने वाले रतन टाटा को मिले हैं ये अवॉर्ड 

10 Oct 2024

Soma Roy

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार को 86 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया. उन्‍होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांसें ली.

दुनिया को कहा अलविदा 

भारत के सबसे सफल उद्यमियों में से एक के रूप में जाने जाने के अलावा रतन टाटा देश के सबसे बड़े परोपकारी लोगों में से एक भी थे.

परोपकारी स्‍वभाव के थे 

सरकार ने रतन टाटा को साल 2008 में देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्‍मानित‍ किया था. 

पद्म विभूषण से हुए सम्‍मानित

रतन टाटा को कारोबार जगत में बेहतरीन काम करने और उनके प्रभावशाली व्‍यक्तित्‍व की वजह से उन्‍हें साल 2000 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.

ये अवार्ड भी किया अपने नाम 

रतन टाटा को भारत और विदेशों के कई विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधि भी मिली हुई है.

डॉक्‍टरेट की उपाधि की हासिल 

रतन टाटा ने टाटा नैनो और टाटा इंडिका सहित लोकप्रिय कारों के व्यवसाय विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

इन व्‍यवसायों को दिया मुकाम 

रतन टाटा ने 2004 में टाटा टी को टेटली, टाटा मोटर्स को जगुआर लैंड रोवर और टाटा स्टील को कोरस का अधिग्रहण करने में मदद की.

इन डील में निभाई भूमिका 

रतन टाटा कैलिफोर्निया और पश्चिमी तट की जीवनशैली से इतने प्रभावित हुए कि वे लॉस एंजिल्स में बसने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन बाद में वह भारत लौट आए.

विदेश में बसने का था मन