18 Oct 2024
Soma Roy
रतन टाटा के निधन के बाद उनकी 7900 करोड़ की संपत्ति किसकी होगी इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं, इसमें सबसे अहम दावेदारी उनके सौतेले भाई नोएल टाटा की है.
नोएल को टाटा ट्रस्ट की कमान सौंपी गई है, लेकिन रतन टाटा की पूरी जायदाद किसने नाम की जाएगी, ये खुद रतन टाटा अपनी वसीयत में पहले से ही तय करके गए हैं.
रतन टाटा ने अपनी वसीयत में 4 लोगों को खास जिम्मेदारी सौंपी हैं, इनमें उनके करीबी दोस्त और पेशे से वकील डेरियस खंबाटा, सहयोगी मेहली मिस्त्री, उनकी सौतेली बहनें शिरीन और डियना जीजीभॉय शामिल हैं.
रतन टाटा ने इन चारों लोगों को अपनी वसीयत के सही से बंटवारे और लागू कराने का काम सौंपा है. मगर सबसे अहम जिम्मेदारी मेहली मिस्त्री को दी है. बता दें वह दोराबजी टाटा ट्रस्ट और रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में ट्रस्टी रहे हैं.
रतन टाटा की वसीयत बनाने में उनके दोस्त और वकील खंबाटा ने मदद की. अब उनकी वसीयत को लागू करने के लिए एक्जीक्यूटर नियुक्ति किए गए हैं.
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के मुताबिक रतन टाटा के पास 7900 करोड़ रुपये की संपत्ति है. टाटा संस में उनकी 0.83% हिस्सेदारी थी. उन्होंने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा दान में दिया.
रतन टाटा ने दो दर्जन से अधिक कंपनियों में निवेश किया है, इनमें ओला, पेटीएम, ट्रैक्सन, फर्स्टक्राई, ब्लूस्टोन, कारदेखो, कैशकरो, अर्बन कंपनी और अपस्टॉक्स शामिल है.
रतन टाटा का मुंबई के कोलाबा में घर है. इसके अलावा अलीबाग में अरब सागर के तट पर एक हॉलिडे होम है.