रेगुलर बनाम हाई ऑक्टेन पेट्रोल, क्‍या है आपकी कार के लिए बेहतर

27  March 2025

Satish Vishwakarma

क्या आपको पता है कि आपकी कार की परफॉर्मेंस और माइलेज इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कौन सा पेट्रोल इस्तेमाल कर रहे हैं?

कार की परफॉर्मेंस और माइलेज

भारत में 91, 95 और 100 ऑक्टेन पेट्रोल मिलता है, लेकिन क्या सभी कारों को हाई-ऑक्टेन फ्यूल की जरूरत होती है? आइए जानते हैं. 

क्या महंगा पेट्रोल आपकी कार के लिए बेहतर है?  

ऑक्टेन नंबर यह दर्शाता है कि पेट्रोल इंजन में नॉकिंग" यानी अनचाही दहन को रोकने में कितना सक्षम है. जितना ज्यादा ऑक्टेन, उतनी स्मूद परफॉर्मेंस और ज्यादा पावर.   

ऑक्टेन नंबर (RON) का मतलब क्या है?

यह भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला पेट्रोल है, जो अधिकतर कारों और बाइक्स के लिए उपयुक्त है. अगर आपकी कार नॉर्मल इंजन वाली है, तो 91 ऑक्टेन ही सबसे किफायती और सही आप्शन है.   

91 ऑक्टेन यानी आम पेट्रोल  

अगर आपकी कार में टर्बोचार्ज्ड या डायरेक्ट-इंजेक्शन (GDI) इंजन है, जैसे VW TSI, Hyundai GDI या Tata GDI, तो 95 ऑक्टेन पेट्रोल से स्मूद ड्राइविंग, ज्यादा पावर और 3-5 फीसदी तक ज्यादा माइलेज मिल सकता है.   

95 ऑक्टेन – हाई-परफॉर्मेंस पेट्रोल 

XP100 और Power99 जैसे हाई-ऑक्टेन फ्यूल सुपरकार और हाई-परफॉर्मेंस लग्जरी गाड़ियों के लिए बने हैं. ये इंजन की परफॉर्मेंस को बूस्ट करते हैं लेकिन आम कारों में इनका कोई खास फायदा नहीं होता.   

100 ऑक्टेन – सुपरकार और लग्जरी कारों के लिए

अगर आपकी कार 91 ऑक्टेन के लिए बनी है, तो 95 ऑक्टेन डालने से कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा. लेकिन टर्बो या डायरेक्ट-इंजेक्शन इंजन वाली कारों में यह थोड़ा बेहतर माइलेज और परफॉर्मेंस दे सकता है.  

क्या बिना ECU ट्यूनिंग के 95 ऑक्टेन से फायदा होगा? 

अगर आपकी कार नॉर्मल इंजन वाली है, तो 91 ऑक्टेन सही रहेगा.  अगर आपके पास टर्बोचार्ज्ड या GDI इंजन है, तो 95 ऑक्टेन फायदा देगा. वहीं अगर आप  सुपरकार या लग्जरी कार चलाते हैं, तो 100 ऑक्टेन बेस्ट है.  

तो कौन सा पेट्रोल सही है?