जमीन के ऊपर नहीं, बल्कि नीच बहती हैं ये 7 नदियां, जानें भारत की कौन 

   12 April 2025

Satish Vishwakarma

वैसे तो नदियां किसी भी देश की सभ्यता के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं. कई सभ्यताएं इन्हीं नदियों के किनारे फली-फूली हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कुछ नदियां ऐसी भी हैं, जो जमीन के ऊपर नहीं, बल्कि जमीन के अंदर बहती हैं?

जमीन के अंदर बहने वाली नदियां

यानी जमीन के नीचे से नदियां बह रही होती हैं और उनके ऊपर जमीन की सतह होती है. जी हाँ, ये नदियां हमें भौतिक रूप से दिखाई नहीं देती हैं. चलिए जानते हैं वे कौन-सी नदियां हैं.

जमीन के नीचे बहने वाली नदियां 

दुनिया की सबसे मशहूर भूमिगत नदियों में से एक है प्योर्टो प्रिंसेसा. यह नदी समुद्र से मिलने से पहले करीब 8 किलोमीटर तक जमीन के अंदर बहती है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है. 

प्योर्टो प्रिंसेसा नदी, फिलीपींस  

इस नदी को लुप्त होती नदी भी कहा जाता है. यह स्लोवेनिया से शुरू होकर करीब 40 किलोमीटर तक भूमिगत होकर बहती है और इटली में डुइनो के पास फिर से उभरती है. खास बात यह है कि वर्जिल और स्ट्रैबो जैसी प्राचीन किताबों में लेखकों ने इसके अजीबो-गरीब रास्तों का भी जिक्र है.

टिमावो नदी, इटली  

बोहोल में लोबोक नदी अधिकांशतः सतही नदी है, लेकिन इसकी कुछ सहायक नदियां चूना पत्थर की संरचनाओं और गुफाओं के नीचे बहती हैं.

लोबोक नदी, फिलीपींस  

स्लोवेनिया के कार्स्ट इलाके में स्थित यह नदी अपनी यात्रा के अधिकांश समय सतह के नीचे बहती है. कार्स्ट स्थलाकृति के कारण इस क्षेत्र की कई धाराएं और नदियां भूमिगत हो जाती हैं.

लोइरा कार्स्ट नदी, स्लोवेनिया 

अमेजन बेसिन में बहने वाली यह नदी झरझरा चट्टान और चूना पत्थर की सुरंगों के माध्यम से भूमिगत होकर बहती है और फिर सतह पर आ जाती है.

कैचोरी नदी, ब्राजील 

फेमस कॉकपिट कंट्री क्षेत्र के पास किंग्स नदी भूमिगत चूना पत्थर के सिंकहोल में लुप्त हो जाती है और मीलों दूर फिर से प्रकट होती है. यह एक जटिल गुफा और नदी सिस्टम का हिस्सा है.

किंग्स रिवर, जमैका  

यह नदी भूमिगत झरनों से निकलती है और इसके कुछ हिस्से ऐसे हैं, जहां यह लुप्त हो जाती है और कोआहुइला में गुफाओं और चट्टानों की दरारों से फिर से उभरती है. 

सबिनास नदी, मैक्सिको

सरस्वती नदी को भारत की एकमात्र ऐसी नदी माना जाता है, जोकि धरती के नीचे बहती है. 

सरस्वती