टाटा कंपनी में 1929 के बाद नहीं हुई हड़ताल

10 Oct 2024

Devesh Pandey

टाटा ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का निधन हो गया है. उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली. पूरा देश उनके कामों के लिए उनकों याद कर रहा है.

रतन टाटा

रतन टाटा ने आईटी से लेकर रिटेल और ऑटो कई सारे सेक्टर में योगदान दिया है.

कई सेक्टर में है योगदान

टाटा कंपनी की छवि शानदार है. कंपनी अपने कर्मचारियों को बढ़िया सुविधाएं देती है.

कंपनी की छवि

कंपनी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि कंपनी में 1929 के बाद से आज तक कर्मचारियों की हड़ताल नहीं हुई है.

नहीं हुई है हड़ताल

टाटा मोटर्स की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी के खिलाफ 1929 के बाद से आज तक हड़ताल नहीं हुई है.

वेबसाइट पर जानकारी

ऐसा कहा जाता है कि टाटा में काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी लगभग पक्की होती है. उनको मेडिकल सहित कई सारी सुविधाएं दी जाती हैं.

कर्मचारियों को मिलती हैं सुविधाएं

रतन टाटा का स्वभाव सरल था. इसी कारण से उनकी लोकप्रियता काफी है. बिजनेस मैन से लेकर आम आदमी सब उनको अपना रोल मॉडल मानते हैं.

रतन टाटा का स्वभाव