29 Dec 2024
Tejaswita Upadhyay
संयुक्त राज्य अमेरिका से साप्ताहिक नौकरियों के आंकड़े और मासिक वाहन बिक्री संख्या, साथ ही अमेरिका, जापान, चीन और यूरो ज़ोन के लिए अंतिम मैन्युफैक्चरिंग PMI के आंकड़ों पर ध्यान देने की जरूरत है.
घरेलू स्तर पर, नवंबर का राजकोषीय घाटा, इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट और Q3CY24 के बाहरी ऋण के आंकड़े 31 दिसंबर को घोषित होंगे. इसके अलावा, 2 जनवरी को दिसंबर के लिए HSBC मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का अंतिम डेटा आएगा.
दिसंबर 2024 के वाहन बिक्री आंकड़े जनवरी के पहले सप्ताह में जारी होंगे. दोपहिया और यात्री वाहन बिक्री में मामूली वृद्धि की उम्मीद है, लेकिन ट्रैक्टर बिक्री में स्वस्थ वृद्धि और वाणिज्यिक वाहन बिक्री में कमजोरी देखने को मिल सकती है.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने दिसंबर में 10,444 करोड़ रुपय् के नेट शेयर बेचे. अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और बॉन्ड यील्ड बढ़ने के कारण एफआईआई बिक्री जारी रहने की संभावना है.
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने हर गिरावट पर खरीदारी जारी रखी. दिसंबर में DIIs ने 27,474 करोड़ रुपये और पूरे वर्ष में 5.2 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. उनकी मजबूत भागीदारी बाजार को समर्थन देती रहेगी.
भारतीय रुपया 85.81 के निचले स्तर पर पहुंचा. डॉलर की मांग और विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट ने रुपये पर दबाव डाला. अगले सप्ताह रुपये में उतार-चढ़ाव की संभावना है.
चार आईपीओ अगले सप्ताह लॉन्च होंगे. मुख्य बोर्ड का इंडो फार्म इक्विपमेंट और एसएमई से टेक्निकेम ऑर्गेनिक्स, लियो ड्राई फ्रूट्स, और फैबटेक टेक्नोलॉजीज का आईपीओ चर्चा में रहेंगे.
निफ्टी 23,650-23,950 की रेंज में रहेगा. 24,000 के ऊपर बने रहने पर तेजी संभव है, जबकि 23,500 के नीचे गिरने से मंदी बढ़ सकती है. विशेषज्ञ रेंजबाउंड ट्रेडिंग की उम्मीद कर रहे हैं.
डेरिवेटिव डेटा के अनुसार, निफ्टी 23,500-24,500 की रेंज में रह सकता है. दोनों ओर रेंज ब्रेक होने पर बाजार को स्पष्ट दिशा मिल सकती है.
वोलैटिलिटी इंडेक्स (इंडिया VIX) 13.24 पर गिरा, जो बुल्स के लिए सकारात्मक है. यदि VIX 14 से नीचे रहता है, तो बाजार में स्थिरता और तेजी की संभावना बनी रह सकती है.