24 March 2025
Tejas Chaturvedi
भारतीय शेयर बाजार में पिछले छह सत्रों से लगातार बढ़त देखने को मिल रही है. आइए आपको इस तेजी के पीछे की वजह बताते हैं.
जानकारों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं. फिच रेटिंग्स के अनुसार, अगले दो वर्षों में कैपेक्स बढ़ने की उम्मीद है. भारतीय GDP वृद्धि दर अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 6.2 फीसदी रही, जिससे Q4 2025 के अच्छे नतीजों की संभावना मजबूत हो गई है.
पिछले हफ्ते हुई अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद, RBI द्वारा अप्रैल 2025 में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है. यदि RBI दरों में कटौती करता है, तो बाजार में अधिक लिक्विडिटी आएगी, जिससे निवेशकों की खरीदारी बढ़ेगी.
सितबंर के बाद से बाजार में भारी गिरावट देखी गई जिससे बढ़िया स्टॉक्स अच्छे वैल्यूएशन पर आ गए. जिसके बाद निवेशकों का रूझान बाजार की तरफ बढ़ा.
पिछले हफ्ते तक FIIs ने भी पिछले हफ्ते भारतीय शेयरों में 5 हजार करोड़ की खरीदारी की, जिससे बाजार में मजबूती आई.
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार, 2028 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. भारतीय अर्थव्यवस्था के 2026 तक $4.7 ट्रिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है.
भारतीय रुपये की स्थिरता के कारण विदेशी निवेशक (FIIs) भारतीय शेयर बाजार की ओर आकर्षित हो रहे हैं. RBI के हालिया नीतिगत फैसलों के चलते रुपये की मजबूती बनी हुई है.
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