ये हैं भारत के सबसे ज्‍यादा गाजार उत्‍पादन करने वाले राज्‍य

14 Jan 2024

Soma Roy

गाजर को सेहत का खजाना माना जाता है. ठंड के मौसम में गाजर के हलवे से लेकर इसकी सब्‍जी तक लोग चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये गाजर कहां से आती हैं? आज हम आपको भारत के उन राज्यों के बारे में बताएंगे जो सबसे ज्यादा गाजर उगाते हैं.

सेहत का खजाना है गाजर

हरियाणा गाजर के उत्‍पादन में सबसे पहले नंबर पर आता है. यहां की उपजाऊ जमीन और मौसम की स्थिति गाजर की खेती के लिए बहुत अच्छी है. यहां गाजर का सालाना उत्‍पादन 386,390 टन होता है.

हरियाणा 

पश्चिम बंगाल भी गाजर उत्पादन में बड़ा नाम है: इस राज्य की उपजाऊ जमीन और विविध खेती के तरीके गाजर उत्पादन को बढ़ावा देते हैं: यहां सालाना 235,390 टन गाजर का उत्‍पादन  होता है.

पश्चिम बंगाल 

पंजाब, जो अपने गेहूं के सुनहरे खेतों के लिए जाना जाता है, यह गाजर का भी बड़ा उत्पादक है.  यहां सालाना 224,740 टन गाजर पैदा होती है.

पंजाब 

कृषि का केंद्र कहलाने वाला उत्तर प्रदेश भी गाजर उत्पादन में बड़ा योगदान देता है यहां की विविध जलवायु गाजर की खेती के लिए उपयुक्त है.यहां गाजर का सालाना उत्‍पादन 178,970 टन है

उत्तर प्रदेश 

मध्य प्रदेश भी गाजर उत्पादन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है. यहां से गाजर का सालाना उत्‍पादन 167,590 टन है.

मध्य प्रदेश 

सिंचाई की सुविधाओं में सुधार और किसानों की मेहनत के चलते यहां भी गाजर का अच्‍छा उत्पादन होता है. यहां गाजार का सालाना उत्‍पादन 147,530 टन है.

बिहार 

तमिलनाडु अपनी विभिन्‍न खेती के लिए जाना जाता है. यहां की जलवायु विविधता और आधुनिक खेती के तरीके साल भर गाजर उगाने में मदद करते हैं. इस राज्‍य से गाजर का सालाना उत्‍पादन 140,520 टन होता है.

तमिलनाडु

परंपरागत और तकनीक के मेल से यहां खेती होती है. यह राज्य गाजर उत्पादन को बढ़ावा देता है. इस राज्‍य में गाजार की सालाना पैदावार 96,630 टन है.

कर्नाटक 

उत्तर-पूर्व के इस राज्‍य से भी गाजर उत्पादन में योगदान दिया जाता है देता है. यहां की उपजाऊ और जैविक खेती की प्रथाएं अहम हैं, जिसकी वजह से यहां से गाजर का सालाना उत्‍पादन  77,530 टन होता है.

असम