25 Feb 2025
Satish Vishwakarma
आज के डिजिटल दौर में मोबाइल यूजर्स को अपने डेटा चोरी और प्राइवेसी ब्रीच का खतरा बना रहता है.
अक्सर हमें लगता है कि हम जिस प्रोडक्ट के बारे में बात कर रहे हैं, वही प्रोडक्ट हमें दिखाई देने लगता है.
जो प्रोडक्ट सोचते हैं, वही दिखने लगता है
रिसर्च में ऐसे खुलासे हुए हैं कि हमारा स्मार्टफोन कैमरा, माइक्रोफोन और सर्च हिस्ट्री का इस्तेमाल कर हमारी जासूसी करता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि हम कैसे पता लगाएंगे कि फोन हमारी बातें सुन रहा है.
इन तरीकों से करता है जासूसी
आज हम आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे, जिनके जरिए आप समझ सकेंगे कि हमारा स्मार्टफोन जासूसी कर रहा है या नहीं.
कैसे पता करें?
अगर हमारा फोन जल्दी-जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है, वह भी बैटरी सही होने की स्थिति में, तो यह संकेत हो सकता है कि बैकग्राउंड में कोई ऐप चल रही है या डेटा ट्रांसफर हो रहा है.
बैटरी तेजी से डिस्चार्ज होना
अगर हमारा स्मार्टफोन अचानक से ज्यादा डेटा इस्तेमाल करने लगे, तो यह संकेत हो सकता है कि थर्ड-पार्टी ऐप्स के जरिए डेटा ट्रांसफर हो रहा है.
मोबाइल डेटा की अधिक खपत
अगर हमारा स्मार्टफोन कम उपयोग के बावजूद बार-बार तेजी से गर्म हो रहा है, तो यह अनवांटेड ऐप्स के रन होने का संकेत हो सकता है.
ओवरहीटिंग
कई बार हमारे स्मार्टफोन में ऐसे ऐप्स ऑटोमेटिक इंस्टॉल हो जाते हैं. यह संकेत हो सकता है कि हमारे स्मार्टफोन में मैलवेयर या मैलिशियस सॉफ़्टवेयर मौजूद है.
स्मार्टफोन में अनजान ऐप्स
अगर फोन कॉल के दौरान अजीब तरह की बैकग्राउंड नॉइस सुनाई देती है, तो यह फोन टैपिंग का संकेत हो सकता है.
कॉल के दौरान बैकग्राउंड नॉइस