20 March 2025
Satish Vishwakarma
बालों को कलर करना स्टाइलिश और मजेदार हो सकता है, लेकिन बार-बार हेयर कलर करने से बालों और त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में अगर आप भी हेयर डाई का इस्तेमाल करते हैं, तो इन खतरनाक साइड इफेक्ट्स के बारे में जरूर जानें, साथ ही इसकी सावधानियों के बारे में भी.
हेयर कलर में मौजूद अमोनिया और हाइड्रोजन पेरोक्साइड बालों से नेचुरल ऑयल खत्म कर देते हैं. इससे बाल सूखे, कमजोर और दोमुंहे हो जाते हैं. इसलिए हेयर मास्क और कंडीशनिंग का इस्तेमाल करें.
बालों का कमजोर होना और टूटना
कुछ हेयर डाई में PPD (Paraphenylenediamine) नामक केमिकल होता है, जो खुजली, जलन और रैशेज का कारण बन सकता है. इसके लिए कलर लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें.
स्कैल्प में जलन और एलर्जी
बार-बार हेयर डाई करने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, जिससे हेयर फॉल और बालों का पतलापन बढ़ सकता है. इसके लिए 6 से 8 हफ्तों के अंतराल में ही कलर करें और केमिकल-फ्री डाई चुनें.
बालों का पतला होना और झड़ना
अगर आप बार-बार बाल रंगते हैं, तो आपके सॉफ्ट और सिल्की बाल रूखे, बेजान और उलझे हुए लग सकते हैं. इसके लिए हेयर सीरम और लीव-इन कंडीशनर का इस्तेमाल करें.
बालों की बनावट बदलना
हेयर डाई में मौजूद केमिकल्स से कैंसर और हार्मोनल असंतुलन का खतरा हो सकता है. इसके लिए नेचुरल हेयर डाई, जैसे मेहंदी और हर्बल कलर का चुनाव करें.
लंबे समय तक स्वास्थ्य पर असर
गलती से हेयर डाई आंखों में जाने से जलन और सूजन हो सकती है. लंबे समय तक त्वचा पर रहने से दाग और जलन हो सकते हैं. ऐसे में हेयर कलर लगाते समय ग्लव्स और प्रोटेक्शन क्रीम का इस्तेमाल करें.
आंखों और त्वचा को नुकसान
हेयर डाई में मौजूद केमिकल्स पानी को प्रदूषित करते हैं और जलचर जीवों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए बायोडिग्रेडेबल और नेचुरल हेयर कलर का इस्तेमाल करें.
पर्यावरण को नुकसान
इन सब से बचने के लिए अमोनिया-फ्री और हर्बल डाई चुनें. अक्सर हेयर कलर न करें, बालों की सही देखभाल करें, साथ ही प्रोफेशनल हेयर स्टाइलिस्ट से सालह लें.
कैसे बचें?