ये थे अकबर के जमाने के "अंबानी-अडानी", मुगलों को देते थे कर्ज

13 March 2025

Vinayak singh

हर दौर में संपन्न लोग रहे हैं. आज हम उन व्यापारियों के बारे में बताएंगे जो अकबर के समय बेहद अमीर थे और जिनके पास अपार संपत्ति थी.

अकबर के समय के व्यापारी

अकबर ने 1556 से 1605 तक शासन किया था. उसी दौर में, 1590 में विरजी वोरा का जन्म हुआ. वे एक मशहूर व्यापारी थे.

विरजी वोरा

मुगल साम्राज्य भी समय-समय पर कर्ज लिया करता था. विरजी वोरा उन व्यापारियों में से एक थे जो मुगलों को ऋण प्रदान करते थे. उनका कारोबार थोक व्यापार से जुड़ा था.

मुगलों को देते थे कर्ज

विरजी वोरा मूंगा, हाथी दांत, मसालों और सर्राफा (सोना-चांदी) के कारोबार से जुड़े थे, जिससे उन्होंने अपार संपत्ति अर्जित की.

इसका था व्यापार

मुल्ला अब्दुल गफूर का नाम भी उस समय के अमीर व्यापारियों में लिया जाता था. वे अपने दौर के प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक थे.

मुल्ला अब्दुल गफूर

मुल्ला अब्दुल गफूर के कई व्यावसायिक उपक्रम थे, जिनमें सबसे प्रमुख जहाजों का व्यापार था. 1690 के दशक में उन्होंने 17 जहाजों का एक बेड़ा तैयार किया था, जो उस समय एक बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी.

जहाजों का कारोबार

जगत सेठ बंगाल के रहने वाले थे. वे 17वीं शताब्दी के सबसे समृद्ध व्यक्तियों में गिने जाते थे.

जगत सेठशादी

अपनी अपार संपत्ति के कारण जगत सेठ मुगल शासन को भी ऋण दिया करते थे. उनकी बैंकिंग और वित्तीय गतिविधियों ने उन्हें भारत के सबसे बड़े धनकुबेरों में शामिल कर दिया था.

मुगलों को देते थे कर्ज