लहसुन के लिए बहुत ताकतवर है यह खाद, खेत में डालते है गांठ के आकार हो जाएंगे बड़े

30 March 2025

Bankatesh kumar

भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां पर 75 फीसदी से अधिक आबादी की आजीविका कृषि पर ही निर्भर है.

आजीविका

किसान धान-गेहूं के अलावा लहसुन की भी बड़े स्तर पर खेती करते हैं. यह एक ऐसा कंद है, जिसके बगैर हम टेस्टी सब्जी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.

लहसुन

खास कर मध्य प्रदेश और राजस्थान में किसान बड़े स्तर पर लहसुन की खेती करते हैं. लेकिन कई किसानों की शिकायत रहती है कि लहसुन की गांठ के आकार छोटे रहते हैं.

लहसुन की गांठ

लेकिन अब किसानों की चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम एक ऐसी खाद के बार में चर्चा करेंगे जिसके इस्तेमाल से लहसुन की पैदावार बढ़ जाएगी.

पैदावार

एक्सपर्ट के मुताबिक, कैल्शियम नाइट्रेट का खाद के रूप में इस्तेमाल करने से लहसुन के कंद का वजन और साइज तेजी से बढ़ता है.

 कंद का वजन

क्योंकि कैल्शियम नाइट्रेट सेकेंडरी पोषक तत्व में आता है. कैल्शियम नाइट्रेट बाजार में कई रूप में मिलते हैं.

सेकेंडरी पोषक तत्व

कुछ बोरोनेट कैल्शियम नाइट्रेट होते हैं, जिनमें कैल्शियम के साथ बोरोन मिक्स होता है. जबक‍ि कुछ में कैल्शियम के साथ-साथ कुछ और सूक्ष्म पोषक तत्व भी मिले होते हैं.

सूक्ष्म पोषक तत्व

खास बात यह है कि कैल्शियम नाइट्रेट का इस्तेमाल लहसुन में कंद बनने के समय ही करना चाहिए. आप लहसुन की बुवाई करने के 80 दिन बाद इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

इस्तेमाल

हालांकि, आप लहसुन की अच्छी पैदावार के लिए गोबर की खाद, डीएपी, पोटाश और यूरिया का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

पोटाश