10 March 2025
Tejas Chaturvedi
इस दशक में मुंबई में कॉरपोरेट शेयरों की खरीद-बिक्री शुरू हुई. खासतौर पर बैंकों और कॉटन प्रेस कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग होती थी.
मुंबई के हॉर्निमन सर्कल में कुछ ब्रोकरों ने एक जगह तय कर शेयर बाजार की नींव रखी. यही भारत के पहले स्टॉक एक्सचेंज का शुरुआती रूप था.
जैसे-जैसे और दलाल इस कारोबार में शामिल हुए, मुंबई में दलाल स्ट्रीट अस्तित्व में आई. आज "दलाल स्ट्रीट" भारतीय वित्तीय बाजार का प्रतीक बन चुकी है, ठीक वैसे ही जैसे अमेरिका में "वॉल स्ट्रीट" है.
छोटे दलालों के समूह ने ‘नेटिव शेयर एंड स्टॉकब्रोकर्स एसोसिएशन’ बनाई, जिसे आज हम BSE - बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जानते हैं.
अहमदाबाद, कोलकाता और मद्रास में भी स्टॉक एक्सचेंज खुले, लेकिन बीएसई का दबदबा बना रहा, क्योंकि मुंबई देश का मुख्य व्यापार केंद्र बन चुका था. हालांकि, उस समय स्टॉक ट्रेडिंग सीमित लोगों तक ही सिमटी हुई थी.
भारत सरकार ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स रेगुलेशन एक्ट पास किया, जिससे शेयर बाजार को कानूनी रूप से मान्यता मिली.
यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) ने देश की पहली म्यूचुअल फंड योजना ‘US-64’ लॉन्च की. 1988 तक इस योजना ने 6,400 करोड़ रुपये जुटा लिए, जिससे यूटीआई भारतीय बाजार में बड़ी ताकत बन गया.
धीरूभाई अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने अपने शेयर बाजार में लिस्ट किए. इस आईपीओ ने खुदरा निवेशकों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की और लोगों में शेयर बाजार में निवेश करने की रुचि बढ़ी.
1 जनवरी को बीएसई सेंसेक्स (BSE SENSEX) की स्थापना हुई. यह 30 प्रमुख कंपनियों का पहला भारतीय शेयर सूचकांक (इंडेक्स) था. इसका आधार वर्ष 1978-79 और आधार मूल्य 100 तय किया गया.
उस समय शेयर बाजार में पारदर्शिता की कमी थी और सेटलमेंट सिस्टम भरोसेमंद नहीं थी. इसी वजह से शेयर बाजार पर निगरानी रखने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) का गठन किया गया. लेकिन इसे कानूनी अधिकार 1992 में मिला.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की स्थापना हुई. इसी दौरान हर्षद मेहता द्वारा चलाए गए बुल मार्केट की वजह से शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया और आम लोगों की दिलचस्पी इसमें बढ़ी.
एनएसई (NSE) भारत का पहला शेयर बाजार बना, जिसने पूरी तरह से आधुनिकऔर कंप्यूटर आधारित ट्रेडिंग सिस्टम पेश किया.
22 अप्रैल को एनएसई ने ‘निफ्टी 50’ इंडेक्स लॉन्च किया. यह भारत का प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक है, जो एनएसई में लिस्टेड 50 बड़ी कंपनियों का औसत प्रदर्शन दर्शाता है.