04 सितंबर, 2024
Yateendra Lawaniya
अप्रैल से जून 2024 के दौरान देश को सबसे ज्यादा 391 करोड़ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) सिंगापुर से मिला है.
अक्सर भारत को एफडीआई देने में शीर्ष पर रहने वाला मॉरीशस इस बार दूसरे स्थान पर है. यहां से 321 करोड़ डॉलर मिले हैं
इस बार भारत के एफडीआई स्रोतों में सबसे चौंकाने वाला नाम नीदरलैंड्स का है. यहां से भारत को 245 करोड़ डॉलर मिले हैं.
भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पाटर्नर अमेरिका, देश के टॉप 10 एफडीआई स्रोतों में भी शामिल है. यहां से 150 करोड़ डॉलर मिले हैं.
भारत के सबसे करीबी आर्थिक सहयोगियों में शामिल जापान से एफडीआई के तौर पर 62 करोड़ डॉलर मिले हैं.
यूरोपीय संघ में शामिल द्वीपीय देश साइप्रस से अप्रैल से जून 2024 के दौरान एफडीआई के तौर पर 61 करोड़ डॉलर आए हैं.
खाड़ी देशों में भारत के सदाबहार मित्र के तौर पर उभर रहे यूएई से एफडीआई के तौर पर बीती तिमाही में 55 करोड़ डॉलर मिले हैं.
उत्तरी अमेरिका का खूबसूरत द्वीप कैमेन आइलैंड भारत में एफडीआई के शीर्ष 10 स्रोतों में शामिल है. यहां से 18.9 करोड़ डॉलर मिले हैं.
यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी से भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तौर पर 10 करोड़ डॉलर मिले
सदियों तक भारत को लूटने वाला ब्रिटेन भी भारत की तरक्की के चलते यहां निवेश कर रहा है. यहां से 7.4 करोड़ डॉलर मिले हैं.