23 March 2025
Tejaswita Upadhyay
लगातार प्रोफाइल्स को राइट-लेफ्ट स्वाइप करते हुए थक गए हैं? इसे स्वाइप-फटीग कहते हैं जो अब एक आम बात हो गई है.लोग डेटिंग ऐप्स से बोर हो चुके हैं और रियल लाइफ कनेक्शन को ज्यादा अहमियत देने लगे हैं. ऐसे में इस लिस्ट में कई ट्रेंज हैं जो साल 2025 में आपके डेटिंग का तरीका बदल देंगे.
पहले लोग महीनों तक बात करते थे, अब एक ही मुलाकात में अपनी पूरी जिंदगी की कहानी सुना देना ट्रेंड बन गया है.इसे फ्लडलाइटिंग कहा जाता है, जहां लोग पहली ही चैट में अपनी सारी निजी बातें शेयर कर देते हैं.
फ्लडलाइटिंग
अब डेटिंग ऐप्स से दूर होकर लोग क्लब, बुकशॉप और कैफे जैसी जगहों पर अपने लिए सही पार्टनर तलाश रहे हैं.असली मुलाकातों का रोमांच वापस लाने के लिए एंटी-ऐप डेटिंग ट्रेंड तेजी से पॉपुलर हो रही है.
एंटी-ऐप डेटिंग
पहले स्कूल के क्रश और पुराने दोस्तों की यादें सिर्फ बीते वक्त का हिस्सा थीं, लेकिन अब लोग अपनी पुरानी कॉन्टैक्ट लिस्ट खंगालकर उन्हीं से दोबारा कनेक्ट हो रहे हैं.प्यार वहीं मिल रहा है, जहां पहले कभी दोस्ती थी.
पास्ट फ्रेंड
अब डिनर डेट या मूवी नाइट्स से ज्यादा लोग बीच क्लीन-अप, गार्डन वॉक या नेचर-फ्रेंडली डेट्स को पसंद कर रहे हैं.प्यार और पर्यावरण का ये अनोखा मेल ईको डेटिंग कहलाता है.
ईको डेटिंग
अब लंबी-लंबी चैट से ज्यादा लोग वॉयस नोट्स और ऑडियो कॉल्स के जरिए इमोशनल कनेक्शन बना रहे हैं.वॉयस-फर्स्ट डेटिंग ऐप्स, जैसे SwoonMe, इस ट्रेंड को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं.
वॉयस-फर्स्ट डेटिंग
कई लोग अब लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप के प्रेशर से बचना चाहते हैं, इसलिए शॉर्ट-टर्म रोमांस के लिए पार्टनर ढूंढ रहे हैं.इसमें दोनों को पहले से पता होता है कि ये रिश्ता कितने समय तक चलेगा.
कॉन्शियस कपलिंग
सीधे रिलेशनशिप स्टेटस अपडेट करने की बजाय, अब लोग छोटे हिंट्स के जरिए अपने नए पार्टनर को सोशल मीडिया पर पेश कर रहे हैं.जैसे सिर्फ हाथ पकड़ने की फोटो पोस्ट करना या किसी अनजान लोकेशन से सेल्फी डालना.
सॉफ्ट लॉन्च
अब महंगे गिफ्ट्स से ज्यादा लोग छोटी-छोटी चीजों में प्यार ढूंढ रहे हैं.एक अच्छे मैसेज से दिन बनाना, ध्यान से सुनना या पसंदीदा किताब गिफ्ट करना—ये माइक्रो-मेंस का दौर है.
माइक्रो-मेंस