07 April 2025
Satish Vishwakarma
अगर आपको म्यूजियम घूमने का शौक है, तो आज हम आपको देश के कुछ सबसे पुराने और सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले म्यूजियम के बारे में बताएंगे. ये म्यूजियम न सिर्फ ऐतिहासिक हैं, बल्कि भारत की प्राचीन विरासत को भी बहुत खूबसूरती से दिखाते हैं.
इसकी स्थापना 1814 में हुई थी. यह भारत के सबसे पुराने और सबसे बड़े म्यूजियम में से एक है. यहां प्राचीन वस्तुएं, कंकाल, ममी, मुगल चित्र और जीवाश्मों का अनोखा संग्रह मौजूद है.
भारतीय संग्रहालय, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
पहले इसे प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम कहा जाता था. यह इंडो-सारसेनिक वास्तुकला शैली में बना है, जिसमें भारतीय, मुगल और यूरोपीयन डिजाइन का सुंदर मिश्रण है. यहां प्राचीन मूर्तियां, हथियार, सिक्के और मुगल चित्रों का खजाना है.
छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय, मुंबई (महाराष्ट्र)
यह दुनिया के सबसे बड़े एकल-संग्रह वाले म्यूजियम में से एक है. इसमें फारसी, यूरोपीय, जापानी कलाकृतियां, घड़ियां और हाथी दांत से बनी चीजे शामिल हैं. यहां की संगमरमर से बनी मशहूर मूर्ति 'वेल्ड रेबेका' खास आकर्षण है.
सालार जंग संग्रहालय, हैदराबाद
इसे पहले मद्रास म्यूजियम कहा जाता था। इसकी स्थापना 1851 में हुई थी और यह भारत का दूसरा सबसे पुराना संग्रहालय है. यह खास तौर पर भारतीय कांस्य मूर्तियों, अमरावती कला और प्राचीन सिक्कों के संग्रह के लिए फेमस है.
गवर्नमेंट म्यूजियम, चेन्नई (तमिलनाडु)
1949 में शुरू हुए इस म्यूजियम में 2 लाख से अधिक ऐतिहासिक वस्तुएं हैं. इनमें सिंधु घाटी की 'नृत्य करती लड़की', मुगल काल की पांडुलिपियां और पिपरहवा से मिले बौद्ध अवशेष शामिल हैं.
राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली
उदयपुर के प्रतिष्ठित सिटी पैलेस परिसर में स्थित यह संग्रहालय मेवाड़ की शाही विरासत को दिखाता है. यहां शस्त्र, पेंटिंग, राजसी वेशभूषा और राजपूत शासकों की भव्यता से जुड़ी चीजें देखी जा सकती हैं.
सिटी पैलेस म्यूजियम, उदयपुर (राजस्थान)
यह म्यूजियम गोवा के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास को दिखाता है. इसमें हिंदू और ईसाई मूर्तियां, औपनिवेशिक काल की वस्तुएं और देवनागरी, रोमन व फारसी लिपियों में पांडुलिपियों सहित 8000 से ज्यादा कलाकृतियां रखी गई हैं.
गोवा राज्य संग्रहालय, पणजी (गोवा)