10 April 2025
Vinayak singh
अर्थव्यवस्था चाहे कितनी भी खराब हो जाए, लेकिन लोगों को हमेशा मेडिकल केयर की आवश्यकता होती है. इसलिए हेल्थकेयर सेक्टर पर मंदी का खास प्रभाव नहीं पड़ेगा.
लोगों को हमेशा डेली लाइफ में आवश्यक चीजों की उपयोगिता बनी रहती है. लोग बिजली, पानी और गैस जैसी जरूरी सर्विस के लिए अपने अन्य खर्चों में कटौती करके भी भुगतान करते हैं.
यूटिलिटी
खाना लोगों की सबसे बुनियादी जरूरतों में से एक है. कठिन से कठिन समय में भी लोग ग्रॉसरी का सामान खरीदते हैं. इसमें कभी थोड़ी कमी देखी जा सकती है, लेकिन इसकी मांग बनी रहती है.
फूड और ग्रॉसरी शॉप
शराब और तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, फिर भी सीमित बजट होने के बावजूद लोग इनका इस्तेमाल करते हैं.
शराब और तंबाकू
जब मंदी आती है तो लोग नई चीजें खरीदने के बजाय पुरानी चीजों की मरम्मत करवा कर काम चलाते हैं. ऐसे में रिपेयर और मेंटेनेंस सर्विस की मांग बनी रहती है.
रिपेयर और मेंटेनेंस सर्विस
जब भी मंदी का खतरा बढ़ता है, सरकारी नौकरी एक सुरक्षित विकल्प मानी जाती है. इनकी सैलरी टैक्स से दी जाती है और सरकार इनकी उपयोगिता को समझते हुए वेतन जारी रखती है.
शिक्षा
जैसे-जैसे वित्तीय तनाव बढ़ता है, लोन वसूली और फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर्स की मांग बढ़ जाती है. इस दौरान दिवालिया हो चुके लोगों को सलाह और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है.
फाइनेंशियल सर्विस