17 March 2025
Satish Vishwakarma
फ्यूचर में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए भारत और यूएई एक महत्वाकांक्षी परियोजना पर विचार कर रहे हैं. दरअसल, दोनों देश दुबई से मुंबई को जोड़ने के लिए एक अंडरवाटर ट्रेन की योजना बना रहे हैं.
खलीज टाइम्स के अनुसार, दोनों देशों के शहरों के बीच चलने वाली यह ट्रेन समुद्र के अंदर से चलेगी. इसका मकसद दोनों देशों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा देना है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस अंडरवाटर ट्रेन में क्या खास होगा.
बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा
यह अंडरवाटर रेल नेटवर्क करीब 2000 किलोमीटर लंबा होगा, जो दुबई को मुंबई से जोड़ेगा. यह प्रोजेक्ट भारत और यूएई के बीच कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देगा.
2000 किलोमीटर लंबा रेल नेटवर्क
यह परियोजना न केवल भारत और यूएई के बीच व्यापार और यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी, बल्कि इस क्षेत्र के दूसरे देशों को भी लाभ पहुंचाएगी.
दूसरे देशों को भी होगा फायदा
यह ट्रेन अल्ट्रा-हाई-स्पीड रेल नेटवर्क पर आधारित होगी, जिससे यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा.
हाई-स्पीड रेल नेटवर्क
इस रेल नेटवर्क से भारत और यूएई के बीच व्यापार को मजबूती मिलेगी. इससे तेल का निर्यात और भारत से एक्ट्रा पानी का आयात संभव हो सकेगा.
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
यह एक विजनरी प्रोजेक्ट है, लेकिन इसे वास्तविकता में बदलने के लिए तकनीकी और आर्थिक चुनौतियों पर काम करने की आवश्यकता होगी.
तकनीकी और आर्थिक चुनौतियां
भारत और यूएई पहले से ही इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEEC) पर काम कर रहे हैं. यह अंडरवाटर रेल प्रोजेक्ट इस कॉरिडोर को नई गति देगा.
IMEEC परियोजना को नई दिशा