29 Oct 2024
Shashank Srivastava
काल्पनिक तस्वीरें
भारत में हर रोज अलग-अलग मोर्चे पर विकास होता है. इसी के साथ देश में एक्सप्रेसवे बनाने को लेकर तमाम कार्य पहले से चल रहे हैं जो कुछ समय में बनकर तैयार हो जाएंगे.
आज हम आपको देश के कुछ एक्सप्रेसवे के बारे में बताएंगे जिनके बनने के बाद लोगों का सफर के दौरान काफी समय बच जाएगा.
भारतमाला परियोजना के तहत विकसित हो रहे है इस एक्सप्रेसवे की मदद से दिल्ली से मुंबई तक की दूरी को मात्र 12.5 घंटे में तय की जा सकेगी.
6 लेन में बनने वाले इस एक्सप्रेसवे परियोजना की अनुमानित लागत 55,000 करोड़ रुपये है. इसकी लंबाई 701 किलोमीटर है.
6-8 लेन में बनने वाले इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 594 किमी है. इस परियोजना की कुल लागत 40,000 करोड़ रुपये हैं. बनने के बाद मेरठ और प्रयागराज के बीच यात्रा का समय 12 से 6 घंटे हो जाएगा.
4 लेन जिसे 8 तक विस्तार किया जा सकेगा, इसकी कुल लंबाई लगभग 650 किमी है. वहीं इस परियोजना की लागत पहले चरण में 25,000 करोड़ रुपये है.
इसकी घोषणा 2010 में की गई थी लेकिन इसे 2019 में हरी झंडी मिली थी. तकरीबन 3,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस परियोजना की लंबाई 109 किमी है और इसमें 4 लेन होंगे.
4 लेन में बने इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 17,000 रुपये है वहीं इसकी लंबाई 260.85 किमी है.
यह एक्सप्रेसवे गुजरात को मध्य प्रदेश को जोड़ता है. 3,100 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 1300 किमी है.