रेलवे ने शुक्रवार को पहली बार वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का प्रोटोटाइप सार्वजनिक किया. ट्रेन के वीडियो में इसके फर्स्ट, सेकंड और थर्ड ऐसी कोच दिखाए गए हैं.
वंदे भारत स्लीपर
वंदे भारत सिर्फ स्पीड के मामले में ही नहीं, बल्कि लग्जरी के मामले में भी टॉप नॉच है. इसकी बर्थ राजधानी को टक्कर देते हैं.
शानदार बर्थ
वंदे भारत के स्लीपर कोच में अपर बर्थ पर जाना काफी आसान है. तस्वीरों में इसे देखा जा सकता है कि अपर बर्थ पर जाने के लिए सपोर्ट और ग्रैब हैंडल बेहतर बनाए गए हैं.
अपर बर्थ पर जाना आसान
स्पीड और लक्जरी के साथ वंदे भारत स्लीपर सेफ्टी में भी अव्वल है. इसमें ऑटोमैटिक डोर लगे हैं, जिन्हें ड्राइवर कंट्रोल करता है.
सेफ्टी में अव्वल
ट्रेन के कोच सेल्फ प्रोपेलिंग टेक्नोलॉजी से लैस हैं, जिससे ट्रेन के चलने पर झटके नहीं लगते, न ज्यादा शोर होता है. इसके अलावा इसमें धूल भी नहीं आती है.
ना शोरगुल न धूल
ट्रेनों में टॉयलेट को लेकर सबसे ज्यादा शिकायत रहती है. लेकिन, वंदे भारत स्लीपर का टॉयलेट काफी आलीशान है.
आलीशान
स्लीपर ट्रेनों में अक्सर लाइट पर खूब झगड़े होते हैं. वंदे भारत स्लीपर में लाइट प्लेसमेंट बेहद सुविधाजनक है. इससे रात में चलने में दिक्कत नहीं होगी.
शानदार लाइटिंग
स्लीपर कोच में सोने के साथ ही बैठने, खाना खाने, मोबाइल चार्ज करने जैसी तमाम यात्रा जरूरतों और सुविधाओं का ध्यान रखा गया है
हर तरह की सुविधा
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 16 कोच होंगे. ये फुल ऐसी ट्रेन होगी. इसमें फर्स्ट क्लास का 1, सेकंड के 4 और थर्ड ऐसी के 11 कोच लगे होंगे.