भारत की पहली इंजनलेस ट्रेन, जाने कहा और कैसे बनती है वंदे भारत ट्रेन

6 Sep 2024

Pradyumn Thakur

भारत की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अपने लॉन्च के बाद से ही लोगों के बीच लगातार चर्चा में बनी हुई है. यह ट्रेन पूरी तरह से स्वदेशी है.

चर्चा में वंदे भारत

वंदे भारत एक्सप्रेस 160 kmph तक की स्पीड से दौड़ सकती है. इस ट्रेन में पैसेंजर्स की सुविधा के लिए हर छोटी से बड़ी चीजों का ध्यान रखा गया है.

इतनी है स्पीड

भारत की पहली सेमी हाई स्पीड स्वदेशी ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को चेन्नई के इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) में तैयार किया जाता है.

चेन्नई में होता है तैयार

ICF इस ट्रेन को ट्रेन 18 के नाम से बनाती है. अपनी तकनीक से लेकर पैसेंजर्स के कंफर्ट तक यह ट्रेन कई मायनों में इंटरनेशनल एक्सपीरिएंस को टक्कर देती है.  

ट्रेन 18 के नाम से बनता है

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारत की पहली इंजनलेस ट्रेन है. इस ट्रेनों में कुल 16 डिब्बे होते हैं. इसमें पहले और आखिरी डिब्बों में ड्राइवर टेलर कोच होते हैं, जिसमें लोको पायलट होते हैं.

पहली इंजनलेस ट्रेन

वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से बिजली पर चलने वाली ट्रेन है जिसे चलाने के लिए जो सिस्टम और मोटर चाहिए वह ट्रेन की 8 बोगियों में ही फिट रहता है.

बिजली पर चलने वाली ट्रेन

इसके साथ ही सभी जरूरी ट्रांसफॉर्मर को बोगियों में ही लगाया गया है, जिससे की अलग से लोकोमोटिव की जरूरत नहीं होती है.

बोगियों में ही ट्रांसफॉर्मर

ट्रेन में ऑटोमेटिक स्लाइड डोर लगे हुए हैं और हर गेट के बाहर ऑटोमेटिक फुट रेस्ट भी है जो स्टेशन आने पर बाहर निकलता है. वहीं हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट्स भी मौजूद हैं.

ऑटोमेटिक स्लाइड डोर