12 March 2025
Soma Roy
वोडका और व्हिस्की दोनों ही शराब हैं, पर इनके बीच काफी फर्क है. वोडका हल्की और साफ़ होती है, जबकि व्हिस्की में गहरा रंग और बहुत सारे स्वाद होते हैं.
वोडका को कभी भी बैरल में नहीं रखा जाता, यानी ये कभी पुरानी नहीं होती. जबकि व्हिस्की को बैरल में रखा जाता है, जिससे उसका स्वाद और रंग और भी खास हो जाता है.
व्हिस्की में ज्यादातर अनाज जैसे गेहूं, राई, मॉल्टेड बार्ली, और मकई होते हैं. वोडका में भी अनाज हो सकता है, लेकिन आलू, गन्ना, फल, चावल और यहां तक कि सोयाबीन भी इस्तेमाल होते हैं.
वोडका को कई बार डिस्टिल्ड किया जाता है ताकि ये बिल्कुल शुद्ध हो जाए, जबकि व्हिस्की को एक बार डिस्टिलेट करने के बाद बैरल में रखा जाता है, ताकि उसकी खट्टास और मिठास दोनों बढ़ जाएं.
व्हिस्की का रंग गहरा होता है और उसके स्वाद में कई लेयर होती हैं – जैसे कारमेल, वनीला, और ओक. जबकि वोडका सादी और साफ़ होती है.
दोनों में किसमें नशा ज्यादा है ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कितनी पी है. हालांकि वोडका में व्हिस्की से कम कंजेनेर होते हैं, इसलिए इसका नशा थोड़ा कम महसूस हो सकता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक वोडका और व्हिस्की में कैलोरी लगभग बराबर होती है. इसमें करीब 64 कैलोरी प्रति औंस होती है. अगर व्हिस्की या वोडका में ज्यादा मसाले या मीठापन है, तो कैलोरी बढ़ सकती है.
व्हिस्की बैरल में सालों तक तैयार होती है, जिससे उसका स्वाद और भी गहरा और रिच हो जाता है.