इन शहरों में मनाई जाती है होली 2.0

11 March 2025

Pratik Waghmare

भारत के कुछ ही हिस्सों में होली के बाद रंगपंचमी मनाई जाती है, इस दिन भी रंग उड़ाया जाता है और फिर होली खेली जाती है. इसे होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है. इसलिए इसे आप होली 2.0 भी कह सकते हैं.

होली 2.0 क्या है?

ये उत्सव चैत्र महीने की कृष्ण प्रतिपदा से पंचमी तक चलता है. इसलिये पांचवें दिन को रंग पंचमी कहते हैं. इस दिन एक दूसरे पर लगाया जाता है और हवा में उड़ाया जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से विभिन्न रंगों की ओर देवता आकर्षित होते हैं.

क्यों मनाई जाती है रंगपंचमी

मध्य प्रदेश में रंगपंचमी धूम धाम से मनती है, ज्यादातर मालवा-निमाड़ क्षेत्र के लोग रंगपंचमी मनाते हैं. इंदौर की रंग पंचमी शानदार होती है. रंगारंग गैर शहर के मध्य राजबाड़ा, जेल रोड जैसी मुख्य सड़कों से पानी में घुले रंगों की बौछार करते हुए निकलती है. गैर निकालने की प्रथा होलकर शासन से चली आ रही है.

मध्य प्रदेश की रंगपंचमी

रंग पंचमी महाराष्ट्र में भी मनाई जाती है. यहां इसे “शिमगा” के नाम से जाना जाता है, और इस अवसर पर विशेष जुलूस निकाले जाते हैं. इस दिन मंदिरों और घरों में भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा की जाती है. इसके साथ ही, कई स्थानों पर महालक्ष्मी पूजा का आयोजन भी किया जाता है.

महाराष्ट्र

यूपी के कुछ शहरों में जैसे मथुरा, वृंदावन, बरसाना और नंदगांव में रंगपंचमी मनाते हैं. कानपुर में रंग पंचमी से सात दिन तक होली खेलते हैं जिसे गंगा मेला भी कहते हैं. बनारस में इसे "मसान होली" कहते हैं. यहां श्मशान घाटों पर चिता की राख से भी होली खेलते हैं. 

उत्तर प्रदेश

यहां विशेष रूप से इस अवसर पर लाल, नारंगी और फिरोजी रंग हवा में उड़ा ने की परंपरा हैं. यहां जैसलमेर के मंदिर महल में लोक नृयों में डूबा वातावरण देखने का अपना अलग ही मजा है.

राजस्थान

यहां जांजगीर चांपा के पंतोरा गांव में रंग पंचमी के दिन लट्ठमार होली खेली जाती है जिसे स्थानीय भाषा में डंगाही होली कहते हैं. इस दिन गांव की कुंवारी लड़कियां मंदिर की बांस की छड़ियां लोगों पर बरसाती हैं. माना जाता है कि इससे बीमारियां दूर होती है.

छत्तीसगढ़