11 Feb 2025
satish vishwakarma
आज के समय में कार खरीदना काफी आसान हो गया है. अगर आपका बजट नहीं बन पा रहा है, तब भी बैंक और कई फाइनेंस कंपनियां कार लोन देकर इसे सुलभ बना रही हैं.
ये फाइनेंस कंपनियां हमें कई तरह की सुविधाएं देती हैं, जिससे हम कार का आनंद भी ले सकें और ईएमआई भरने में कोई दिक्कत न हो.
अगर आप इसी तरीके से कार खरीदने की प्लानिंग में हो, तो आपको 20-4-10 फॉर्मूला जानना चाहिए. क्योंकि यह फॉर्मूला आपको कार का ईएमआई भरने में मदद करेगा. इससे आपकी कार और फाइनेंशियल कंडीशन दोनों की रफ्तार बरकरार रहेगी.
20-4-10 फॉर्मूला यह तय करने में मदद करता है कि कार खरीदते समय आपको भविष्य में अधिक वित्तीय बोझ न उठाना पड़े और ईएमआई भी कम समय में पूरी हो जाए.
20-4-10 फार्मूले के मुताबिक, इसमें शुरुआती 20 दर्शाता है कि कार खरीदते वक्त आपको कम से कम 20 फीसदी या इससे अधिक रकम डाउन पेमेंट करनी चाहिए.
इस फार्मूले में 4 का मतलब है कि ग्राहकों को कार खरीदते समय अधिकतम 4 साल में लोन चुकता कर देना चाहिए, यानी लोन की अवधि चार साल तक ही होनी चाहिए.
इस फार्मूले में 10 का अर्थ है कि आपकी कुल ट्रांसपोर्टेशन लागत, जिसमें कार की ईएमआई समेत ईंधन और मेंटेनेंस का खर्च शामिल हो, आपकी मासिक सैलरी के 10 फीसदी से कम होनी चाहिए.
कार लोन के लिए कई तरह की फाइनेंस कंपनियां और बैंक अलग-अलग ब्याज दरों पर लोन ऑफर करते हैं. इसमें एसबीआई 8 से 9 फीसदी का ब्याज दर, HDFC बैंक 9.45 फीसदी और वहीं, ICICI बैंक कार लोन पर न्यूनतम 9.10% ब्याज दर ऑफर कर रहा है.