09 Oct 2024
Shashank Srivastava
परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन कार्ड) का इस्तेमाल आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ गया है. बैंक में खाता खुलवाने से लेकर इनकम टैक्स भरने तक, पैन कार्ड की जरूरत पड़ ही जाती है.
पैन कार्ड पर व्यक्ति का नाम और जन्म तारीख तो लिखी हुई होती है लेकिन इसके साथ ही 10 अंकों का अल्फान्यूमैरिक नंबर भी होता है.
पैन कार्ड पर लिखे इन अंकों का एक मतलब होता है. पैन के शुरुआती तीन डिजिट अंग्रेजी के लेटर्स होते हैं. जो AAA से शुरू होकर ZZZ तक हो सकते हैं.
चौथा अक्षर कार्ड होल्डर के टैक्सपेयर कैटेगरी को दर्शाता है. C का मतलब कंपनी होता है वहीं P और F का अर्थ इंडिविजुअल और फर्म होता है.
पैन कार्ड का 5वां अक्षर कार्ड होल्डर के सरनेम का पहला लेटर होता है.
शुरुआती 5 अक्षर के बाद, आगे के 5 डिजिट को आयकर विभाग तय करता है.