19 March 2025
Tejas Chaturvedi
शेयर बाजार में निवेशक और ट्रेडर्स हमेशा ऐसे टूल्स की तलाश में रहते हैं, जो उन्हें सही फैसले लेने में मदद कर सकें. ऐसा ही एक महत्वपूर्ण टूल है वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस (VWAP).
यह एक विधि है, जो किसी शेयर के पूरे दिन के औसत ट्रेडिंग प्राइस को ट्रेडिंग वॉल्यूम के आधार पर तय करता है.
VWAP की गणना शेयर बाजार के खुलने से लेकर बंद होने तक के इंट्राडे डेटा का उपयोग करके की जाती है. VWAP = (कुल (प्राइस × वॉल्यूम) ÷ कुल वॉल्यूम)
अगर कोई ट्रेडर VWAP को अच्छे से समझ लेता है और इसका सही इस्तेमाल करता है, तो वह शेयर बाजार में बेहतर फैसले लेकर मुनाफा कमा सकता है.
अगर किसी शेयर की कीमत VWAP से नीचे होती है, तो इसे कम कीमत माना जाता है, और अगर यह VWAP से ऊपर होती है, तो इसे ज्यादा कीमत माना जाता है.
अगर शेयर की कीमत VWAP से ऊपर जाती है, तो इसे खरीदने का अच्छा मौका समझा जाता है. वहीं, अगर कीमत VWAP से नीचे जाती है, तो इसे बेचने या शॉर्ट सेल करने का संकेत माना जाता है.
अगर किसी शेयर की कीमत VWAP से नीचे होती है, तो बाजार मंदी में माना जाता है, जबकि VWAP से ऊपर होने पर यह तेजी के संकेत देता है. इस तरह, VWAP की मदद से बाजार की दिशा का अंदाजा लगाया जा सकता है.
VWAP, मूविंग एवरेज की तुलना में ज्यादा सटीक होता है क्योंकि यह केवल कीमत को नहीं, बल्कि ट्रेडिंग वॉल्यूम को भी ध्यान में रखता है.
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