27 Dec 2024
SATISH VISHWAKARMA
भारत में बचत की परंपरा बहुत पुरानी है. पहले, जब महिलाएं बैंकों से दूर थीं, तो वे अक्सर रसोई के डिब्बों में पैसा छिपाकर रखती थीं. जो उनके बचत का एक खास तरीका था.
अब जब ज्यादा से ज्यादा लोग बैंकों से जुड़ गए हैं, तो ऐसे में यह जानना जरूरी है की फिलहाल भारतीय कितनी बचत करते हैं? जिसे लेकर SBI ने एक रिपोर्ट जारी किया है.
SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की बचत दर 30.2% है, जो दुनिया की औसत बचत दर 28.2% से ज्यादा है. इस हिसाब से भारत दुनिया में बचत के मामले में चौथे नंबर पर है. जबकि भारत से आगे चीन, इंडोनेशिया और रूस हैं.
SBI रिपोर्ट के मुताबिक, 80% युवा बचत को लेकर जागरूक हैं. यही वजह है कि भारत की बचत दर लगातार बढ़ रही है. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2011 में बचत दर सिर्फ 50% थी. अब यह बदलाव वित्तीय सेवाओं की बेहतर पहुंच और बढ़ती आर्थिक भागीदारी की वजह से हुआ है.
आज लोग सिर्फ बैंकों में पैसा रखने तक सीमित नहीं हैं. म्यूचुअल फंड, इक्विटी और शेयरों में निवेश करना आम हो गया है. ये तरीके बचत को नई दिशा दे रहे हैं.
10 साल पहले शेयर और डिबेंचर का देश की GDP में योगदान सिर्फ 0.2% था. वहीं साल 2024 में यह बढ़कर 1% हो गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने सबसे ज्यादा बचत दर हासिल की है. उनकी बचत का बड़ा हिस्सा इंडस्ट्री में निवेश होता है, जिससे उनकी इकोनॉमी मजबूत बनती जा रही है.
SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा बचत से अर्थव्यवस्था मजबूत होती है. यह निवेश बढ़ाती है और विकास को तेज करती है. हालांकि भारत की बचत दर चीन जितनी नहीं है.