10 March 2025
Soma Roy
मैथ्यू रिकार्ड एक बौद्ध भिक्षु, लेखक और दलाई लामा के ट्रांसलेटर रहे हैं, जिन्हें वैज्ञानिक शोध ने "दुनिया का सबसे खुश इंसान" घोषित किया है. वह नेपाल के एक मठ में सादगी से जीवन बिताते हैं.
2000 के दशक में विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने उनके मस्तिष्क का अध्ययन किया. उनके दिमाग में गामा तरंगों का स्तर असाधारण रूप से ज्यादा पाया गया, जो उनकी गहरी खुशी का प्रमाण है.
मस्तिष्क के इस अध्ययन के बाद मैथ्यू रिकार्ड को "सबसे खुश इंसान" का खिताब मिला. उनकी खुशी का स्तर सामान्य से कहीं ज्यादा था, जो उन्हें खास बनाता है.
मैथ्यू ने वैज्ञानिक करियर छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाया. वह दलाई लामा के करीबी सहयोगी रहे और उनकी शिक्षाओं को दुनिया तक पहुंचाने में मदद की.
मैथ्यू सलाह देते हैं कि रोज 10-20 मिनट चुपचाप बैठकर खुशी की भावना को महसूस करें. अगर यह कम हो, तो इसे फिर से जगाने की कोशिश करें.
मैथ्यू का कहना है कि अगर आप रोज 20 मिनट ध्यान करें, तो 3 हफ्तों में आपका मन बदलने लगेगा. यह खुशी को एक आदत बनाने का आसान तरीका है.
मैथ्यू मानते हैं कि दयालुता, आंतरिक शक्ति, शुद्धता और निर्णय लेने की क्षमता जैसे गुण हमें खुश रखते हैं. ये गुण मन को हमारा सबसे अच्छा दोस्त बनाते हैं.
मैथ्यू का मानना है कि खुशी कोई संयोग नहीं, बल्कि एक कौशल है, जिसे अभ्यास से विकसित किया जा सकता है.