आप भी उगाएं अंजीर, सरकार दे रही है सब्सिडी

25 Dec

Bankatesh kumar

बिहार में बागवानी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. राज्य सरकार ने प्रदेश में अंजीर की खेती को बढ़ावा देने का फैसला लिया है.

अंजीर की खेती

खास बात यह है अंजरी की खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार की तरफ से बंपर सब्सिडी दी जाएगी. प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि अंजीर की खेती से किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी. इससे उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा.

जीवन स्तर में सुधार

दरअसल, बिहार सरकार राज्य में बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इन्हीं योजनाओं में से एक है ‘अंजीर फल विकास योजना’. इस योजना की शुरुआत बिहार में अंजीर के रकबे को बढ़ाने के लिए की गई है.

योजना की शुरुआत

इस योजना का फायदा उठाने के लिए किसानों को केवल उद्यान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा. खास बात यह है कि इस योजना की जानकारी राज्य सरकार ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म

इस स्कीम के तहत प्रदेश के सभी जिलों के किसानों के पास अभी सब्सिडी का लाभ उठाने का मौका है. बिहार सरकार अभी ‘अंजीर फल विकास योजना’ के तहत 50 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है. ये राशि तीन किस्तों में दी जाएगी. पहली किस्त में 30 हजार रुपये दिए जाएंगे.

30 हजार रुपये दिए जाएंगे

इसके बाद दूसरी और तीसरी किस्त में 10-10 हजार रुपये लाभार्थियों को मिलेंगे. वहीं, इस योजना का लाभ उठाने के लिए खेती योग्य जमीन होनी चाहिए. साथ ही उस जमीन का कागजात भी आपके पास होना आवश्यक है.

जमीन का कागजात

नहीं तो आप योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगे. योजना का फायदा मिनिमम 0.25 एकड़ और मैक्सिमम 10 एकड़ पर ही मिलेगा.

लाभ से वंचित 

बता दें कि भारत में बड़े पैमाने पर अंजीर की खेती होती है. गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में किसान अंजीर की कमर्शियल खेती करते हैं. ऐसे अंजीर की खेती के लिए काली और लाल मिट्टी बेहतर होती है.

लाल मिट्टी 

हालांकि, चूना पत्थर मिट्टी के अलावा नमकीन काली मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है. इसके खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए. जबकि, मिट्टी का पीएच 6 से 7 के बीच होना चाहिए.

मिट्टी का पीएच