भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट देखी जा रही है, जबकि पाकिस्तान ने अप्रत्याशित रूप से अपने भंडार में बढ़ोतरी दर्ज की है. जानिए इसके पीछे के कारण और असर.