अगस्त में खुदरा महंगाई दर 3.65% रही. इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि महंगाई टोलरेंस ब्रैकेट में आने के बाद रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. लेकिन, सितंबर के बाद से लगातार महंगाई दर 5 फीसदी से ऊपर बनी हुई है.