भारतीय रुपये में लगातार गिरावट जारी है और मंगलवार को यह अपने नए ऑल टाइम लो पर पहुंच गया. एक तरफ जियोपॉलिटिकल टेंशन तो दूसरी तरफ ट्रंप की नीतियों ने रुपये पर दबाव बढ़ा दिया है. रुपये के गिरने से महंगाई पर असर पड़ेगा और इन्फ्लूएशन में बढ़ोतरी होगी. रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि रुपया डॉलर के मुकाबले 90 रुपये से नीचे जा सकता है. अब, जब 20 जनवरी को ट्रंप शपथ लेंगे, तो देखना दिलचस्प होगा कि रुपये की चाल कैसी रहेगी.