1 अप्रैल से चने पर लगेगा 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी, क्या बढ़ेंगी कीमतें? जानिए पूरी डिटेल

सरकार ने 1 अप्रैल 2024 से चना (बंगाल ग्राम) पर 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला किया है. यह कदम घरेलू उत्पादन बढ़ाने और इंपोर्ट पर निर्भरता कम करने के लिए उठाया गया है. 2024-25 में चने का उत्पादन 115.35 लाख टन होने का अनुमान है. इससे कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है, जिससे भारतीय किसानों को लाभ मिलेगा.

सरकार ने 1 अप्रैल 2024 से चना (बंगाल ग्राम) पर 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला किया है. Image Credit:

Chana Import Duty: सरकार ने 1 अप्रैल 2024 से चना (बंगाल ग्राम) पर 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला किया है. यह कदम ऐसे समय में आया है जब रबी सीजन में अच्छी फसल की उम्मीद जताई जा रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में चने का उत्पादन 115.35 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल 110.4 लाख टन था.

इंपोर्ट ड्यूटी क्यों लगाया गया?

पिछले साल मई 2023 में सरकार ने घरेलू सप्लाई बढ़ाने और कीमतों पर कंट्रोल के लिए चना के इंपोर्ट पर
टैक्स हटा दिया था. यह छूट 31 मार्च 2025 तक लागू थी, लेकिन अब इसे समाप्त कर दिया गया है. सरकार का यह फैसला स्थानीय किसानों को समर्थन देने और इंपोर्ट पर निर्भरता कम करने के लिए लिया गया है.

क्या कीमतों पर पड़ेगा असर?

घरेलू उत्पादन बढ़ने से चने की कीमतों में गिरावट की संभावना है, जिससे कंज्यूमर को राहत मिल सकती है. वहीं, इंपोर्ट महंगा होने के कारण बाजार में कीमतें स्थिर बनी रह सकती हैं, जिससे भारतीय किसानों और व्यापारियों को कंपटीशन से बचने में मदद मिलेगी. लंबे समय में यह कदम स्थानीय उत्पादकों और व्यापारियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

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भारत का चना उत्पादन और इंपोर्ट ट्रेंड

किन देशों से भारत करता है चने का इंपोर्ट?

भारत मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया और तंजानिया जैसे देशों से चने का इंपोर्ट करता है. जब घरेलू सप्लाई कम होती है, तो सरकार इंपोर्ट को प्रोत्साहित करने के लिए शुल्क हटा देती है, लेकिन इस साल उत्पादन बढ़ने की वजह से इंपोर्ट ड्यूटी फिर से लागू किया गया है.