इन 7 फसलों का मंडी रेट MSP से भी कम, मूंग ने किसानों को सबसे ज्यादा रुलाया

कृषि मंत्रालय ने 2024 में खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 164.71 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल के 155.77 मिलियन टन से 5.7 प्रतिशत अधिक है. मंत्रालय के अनुसार, चावल का अनुमानित उत्पादन 119.93 मिलियन टन, दालों का 6.95 मिलियन टन, मोटे/पोषक अनाज का 37.82 मिलियन टन और तिलहन का 25.74 मिलियन टन है.

किसानों को मंडी में नहीं मिल रहा फसलों का उचित रेट. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: tv9

केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के ऐलान के बाद भी देश की कई मंडियों में किसानों को खरीफ फसलों का उचित रेट नहीं मिल पा रहा है. खास कर अक्टूबर- नवंबर महीने के दौरान किसानों को एमएसपी से भी कम कीमत पर अपनी उपज को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा. मंडियों में कई फसलों का रेट एमएसपी से करीब 10 प्रतिशत कम दर्ज किया गया. हालांकि, इस अवधि के दौरान कुछ फसलों का रेट एमएसपी से थोड़ा बहुत ऊपर रहा, जिसमें अरहर, तिल और धान शामिल है.

अभी सामान्य किस्म के धान का एमएसपी 2,300 रुपये प्रति क्विंटल है. लेकिन देश की कई मंडियों में यह 2,345 रुपये प्रति क्विंटल पर कारोबार कर रहा है. इसी तरह अक्टूबर-नवंबर महीने के दौरान मक्का किसानों को एमएसपी 2,225 रुपये प्रति क्विंटल से 3.1 प्रतिशत कम रेट मिला. खास बात यह है कि इस अवधि के दौरान ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में मक्के का रेट एमएसपी से नीचे था.

मूंग किसानों को ज्यादा नुकसान

द बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट का कहना है मूंग के सबसे बड़े उत्पादक राज्य राजस्थान में किसान 5,500-6,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बेच रहे हैं, जो एमसपी से काफी कम है. ऐसे अभी मूंग का एमएसपी 8,682 रुपये प्रति क्विंटल है. वहीं, अक्टूबर- नवंबर के दौरान पूरे भारत में तुअर की औसत कीमत 9,725 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई, जो कि 7,550 रुपये क्विंटल के एमएसपी से 28.8 प्रतिशत अधिक है. वहीं, मूंग की अखिल भारतीय औसत कीमत 6,894 रुपये क्विंटल थी, जो कि एमएसपी 8,682 रुपये क्विंटल से काफी कम है.

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तिल ने किया अच्छा कारोबार

तिलहनों में तिल को छोड़कर अधिकांश फसलें अक्टूबर से नवंबर महीने के दौरान एमएसपी से नीचे बेची गई. केवल तिल एमएसपी से 24.9 प्रतिशत ऊपर 11,574 रुपये क्विंटल बिका. बात अगर सोयाबीन की करें तो अक्टूबर- नवंबर के दौरान इसका रेट 4,168 रुपये क्विंटल था, जबकि एमएसपी 4,892 रुपये प्रति क्विंटल है. यानी एमएसपी के मुकाबले मार्केट प्राइस 14.8 प्रतिशत कम दर्ज किया गया.

मूंगफली का क्या है मंडी रेट

वहीं, अक्टूबर- नवंबर के दौरान मूंगफली औसतन कीमत 5,372 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया था, जबकि एमएसपी 6,783 रुपये प्रति क्विंटल है. यानी किसानों ने एमएसपी से 20.8 प्रतिशत कम रेट पर उपज बेची. इसी तरह सूरजमुखी 7,280 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के मुकाबले 5,704 रुपये प्रति क्विंटल बेचा गया. इसके अलावा नाइजर 8,717 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के मुकाबले 7,652 रुपये क्विंटल बिका. नेफेड मूल्य समर्थन योजना के तहत एमएसपी पर दलहन और तिलहन फसलों की खरीद करने वाली केंद्र की प्रमुख नोडल एजेंसी है और सरकार बाजार में फसल बेचने के बाद होने वाले नुकसान की भरपाई करती है.

ज्वार का रेट एमएसपी से भी कम

ज्वार की कीमतें औसतन 2,887 रुपये प्रति क्विंटल देखी गईं, जबकि एमएसपी 3,371 रुपये प्रित क्विंटल थी. बाजरा की कीमतें 2,492 रुपये प्रति क्विंटल थीं, जबकि एमएसपी 2,625 प्रति क्विंटल थी. खास बात यह है कि रागी की कीमतें भी 4,290 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के मुकाबले 3,164 रुपये प्रति क्विंटल थीं.

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