ड्रोन खरीदने के लिए 80 प्रतिशत मिल रही सब्सिडी, फटाफट करें आवेदन, केवल 2 दिन बचा है समय
राज्य सरकार का मानना है कि ड्रोन का इस्तेमाल करने से महिलाओं के लिए खेती करना आसान हो जाएगा. साथ ही समय और लागत की भी बचत होगी. अगर इच्छुक महिला स्वयं सहायता समूह सब्सिडी का लाभ उठाना चाहता है, तो अपने निकटतम कृषि कार्यालय से संपर्क करें या सहायता के लिए 01899-222206 पर कॉल करें.
हिमाचल प्रदेश में खेती- किसानी से जुड़ीं महिलाओं के लिए खुशखबरी है. अब वे ड्रोन की मदद से खेती कर सकेंगी. ड्रोन खरीदने के लिए उन्हें ज्यादा पैसे भी नहीं खर्च करने पड़ेंगे, क्योंकि राज्य सरकार ने कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए इसकी खरीद पर सब्सिडी देने का फैसला किया है. सरकार को उम्मीद है कि उसके इस फैसले से प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी. साथ ही खेती में तकनीक का प्रयोग करने से उनकी कमाई भी बढ़ेगी.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कृषि यंत्रीकरण और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने ड्रोन पर सब्सिडी देने का फैसला लिया है. चंबा के कृषि उपनिदेशक डॉ. कुलदीप धीमान ने सोमवार को बताया कि नमो दीदी योजना के तहत जिले के महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी ) को 80 फीसदी सब्सिडी पर ड्रोन दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य खेती के कामों को आसान बनाना और मजदूरों पर निर्भरता कम करना है. खास बात यह है कि इच्छुक स्वयं सहायता समूहों को दो दिन के भीतर आवेदन करने को कहा गया है.
ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी
योजना के तहत स्वयं सहायता समूह ड्रोन की लागत का केवल 20 फीसदी ही वहन करेंगे, जो 1.5 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक है. खास बात यह है कि इस कृषि-इंफ्रा फंड के तहत कम ब्याज वाले ऋण के माध्यम से फंडेड किया जा सकता है. इसके अलावा, सरकार ऐसे ऋणों पर 3 फीसदी ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है. इस योजना में ड्रोन खरीदने से पहले प्रत्येक स्वयं सहायता समूह के दो सदस्यों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी. एक ड्रोन पायलट के रूप में और दूसरा ड्रोन सहायक के रूप में.
इस नंबर पर कर सकते हैं कॉल
डॉ. धीमान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों की कमी के चलते सेब और अन्य फलदार पेड़ों पर कीटनाशकों या उर्वरकों का छिड़काव करना मुश्किल हो गया है. सब्सिडी वाले ड्रोन से चुनौतियों का समाधान हो सकेगा. इससे फसलों के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी. बड़ी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश को इस योजना के तहत 16 ड्रोन मिलेंगे, जिसमें चंबा जिले के लिए मांग के आधार पर आवंटन किया जाएगा. डॉ. धीमान ने इच्छुक महिला स्वयं सहायता समूहों से आग्रह किया कि वे अपने निकटतम कृषि कार्यालय से संपर्क करें या सहायता के लिए 01899-222206 पर कॉल करें.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी विभाग या योजना के तहत गठित एसएचजी आवेदन करने के लिए पात्र हैं. दो दिनों में आवेदन बंद होने के साथ, एसएचजी को इस परिवर्तनकारी पहल से लाभ उठाने के लिए जल्दी से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.