कृषि सेक्टर में युवाओं को मिलेगा रोजगार, अगले 5 साल में पैदा होंगी 80,000 नई नौकरियां

कृषि में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ने से इस सेक्टर में रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ने वाले हैं. नैसकॉम के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में भारत में लगभग 450 एग्रीटेक स्टार्टअप थे, जो साल-दर-साल 25 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं. इससे नौकरियां भी ज्यादा पैदा होंगी.

कृषि सेक्टर में पैदा होंगी नौकरियां. Image Credit:

अब कृषि धीरे-धीरे बिजनेस बनते जा रहा है. इसके चलते इस सेक्टर में अन्य इंडस्ट्री की तरह ही रोजगार पैदा होने की उम्मीद है. टीमलीज सर्विसेज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कृषि-तकनीक क्षेत्र में अगले पांच वर्षों में 60,000 से 80,000 नए रोजगार पैदा होंगे. टीमलीज सर्विसेज के मुख्य रणनीति अधिकारी सुब्बुराथिनम ने कहा कि एग्रीटेक खेती के हर पहलू को छू रहा है. अब बीज, उर्वरक और कीटनाशकों तक के छिड़काव के लिए तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही तकनीकों की मदद से ही सिंचाई की जा रही है. यहां तक कि उपज बेचने के लिए आधुनिक तकनीकों का ही उपयोग हो रहा है. यही वजह है कि कृषि-तकनीक क्षेत्र में रोजगार तेजी से पैदा होने की उम्मीद है.

पीटीआई के मुताबिक, सुब्बुराथिनम ने कहा कि नए-नए तकनीकों ने मौसम के पूर्वानुमान लगाना भी आसान कर दिया है. मार्केट में कई ऐसे ऐप आ गए हैं, जिसकी मदद से कुछ मिनटों में फसल में लगने वाली बीमारियों की पहचान की जा रही है. साथ ही मिट्टी की उर्वरता की भी जांच की जा रही है. यानी कृषि सेक्टर में तकनीक अब किसानों के लिए सलाहकार का भी काम कर रही है.

खेती में तकनीकों का इस्तेमाल

सुब्बुराथिनम ने कहा कि खेती में तकनीकों का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है कि इसके बगैर अब कोई काम करना संभव नही हैं. किसान लोन और फसल बीमा के लिए ऑनलाइन ही अप्लाई कर रहे हैं. साथ ही सरकारी योजनाओं की राशियों का भी डिजिटल भुगतान किया जा रहा है. इससे वित्तीय अंतर को पाटने के अलावा उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है.

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80 हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे

सुब्बुराथिनम ने कहा कि भारत में एग्रीटेक सेक्टर में तकनीकी, परिचालन और प्रबंधकीय पदों सहित विभिन्न भूमिकाओं में लगभग 1 लाख लोग नौकरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पांच वर्षों में, इस क्षेत्र में 60 से 80 हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है. ये रोजगार एआई विकास, प्रौद्योगिकी, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और सस्टेनेबल कृषि समाधान जैसी भूमिकाओं में पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि अधिकांश एग्रीटेक नौकरियां मौसमी नहीं हैं, क्योंकि यह क्षेत्र तकनीकी नवाचार, विश्लेषण और निरंतर परिचालन सहायता पर केंद्रित है.

इन राज्यों में ज्यादा है उम्मीद

सुब्बुराथिनम ने आगे कहा कि एग्रीटेक नौकरियां हाइब्रिड और ऑन-ग्राउंड भूमिकाओं का मिश्रण हैं. उन्होंने कहा कि खेती में तकनीक के मांग बढ़ने पर मशीन ऑपरेटर, फील्ड तकनीशियन और कृषि वैज्ञानिकों की जरूरत बढ़ेगी. इससे भी रोजगार पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे कृषि-प्रधान राज्यों में ये रोजगार के अवसर अधिक हैं. इसके अलावा, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और गुरुग्राम में रोजगार पैदा होंगे, क्योंकि ये शहर एग्रीटेक स्टार्टअप के लिए केंद्र के रूप में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि नैसकॉम के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में भारत में लगभग 450 एग्रीटेक स्टार्टअप थे, जो साल-दर-साल 25 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं.

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