पराली जलाने पर अब दोगुना लगेगा जुर्माना, सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद केंद्र ने लिया एक्शन
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद केंद्र सरकार ने पराली जलाने को लेकर सख्ती दिखाई है. केंद्र ने पराली जलाने पर लगने वाले जुर्माने को दोगुना कर दिया है. किसानों की जमीन पर पहले से निर्धारित जुर्माने की राशि को बढ़ाकर अब 30,000 तक कर दिया गया है.
केंद्र सरकार ने बुधवार, 6 नवंबर को पराली जलाने को लेकर सख्ती दिखाई है. केंद्र ने पराली जलाने पर लगने वाले जुर्माने की राशि को डबल कर दिया है. पर्यावरण संरक्षण (ईपीए), 1986 के तहत शिकायत करने पर सरकार की ओर से जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
किसको कितना देना होगा जुर्माना?
पराली जलाने को लेकर केंद्र के नए फैसले के अनुसार, दो एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को पराली जलाने पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगेगा. वहीं 2 से 5 एकड़ जमीन वाले किसानों पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. 5 एकड़ से अधिक जमीन रखने वाले किसानों को पराली जलाने पर 30,000 रुपये का जुर्माना भरना होगा. मालूम हो कि पराली को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने काफी सख्त रवैया अपनाया था. महीने के आखिरी में सुप्रीम कोर्ट ने पराली से प्रभावित राज्यों को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने प्रभावित राज्यों की ओर से जुर्माने के तौर पर कम राशि वसूलने को लेकर सवाल उठाया था. इसके बाद ही केंद्र ने जुर्माने की राशि को बढ़ा दिया.
पहले कितना लगता था फाइन?
नया नियम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग अधिनियम, 2021 के तहत संशोधित किए गए हैं. अधिनियम की धारा 25 की उप-धारा (2) के खंड (h) का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने इन नियमों को संशोधित किया है. बता दें कि नए नियम के लागू होने से पहले दो एकड़, 2 से 5 एकड़ और 5 से अधिक एकड़ जमीन वाले किसानों पर क्रमश: 2,500 रुपये, 5,000 रुपये और 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता था.
क्यों बढ़ता है प्रदूषण?
असल में राजधानी सहित कई पड़ोसी राज्यों में ठंड की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण से हवा काफी खराब होने लग जाती है. इसका मुख्य कारण पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में किसानों का पराली जलाना है. उसी के धुएं से दिल्ली और आसपास की जगह प्रदूषण के चपेट में आ जाती है. इसको लेकर कई तरह के इंतजाम करने की कोशिश की गई लेकिन उनका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं दिखता है.