अब गोबर से होगी कमाई, इस राज्य में 3 रुपये किलो खुद खरीदेगी सरकार

देश में किसान बड़े स्तर पर गौपालन करते हैं. दूध बेचकर उन्हें अच्छी कमाई होती है. लेकिन अब किसानों की गोबर से भी बंपर कमाई होगी. राज्य सरकार 11 दिसंबर से गोबर से बना कंपोस्ट खरीदेगी.

अब गोबर से किसान करेंगे कमाई. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: tv9

भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां पर लोग बड़े स्तर पर गौपालन करते हैं. दूध और उसे बने उत्पादन बेचकर लोगों की बंपर कमाई होती है. ऐसे भी देश में लाखों परिवारों का घर गौपालन से चल रहा है. लेकिन अब गौपालन और डेयरी का बिजनेस करने वाले लोगों को केवल मिल्क प्रोडक्ट्स से ही कमाई नहीं होगी, बल्कि वे गाय का गोबर बेचकर भी पैसा कमा पाएंगे. क्योंकि राज्य सरकार खुद गौपालकों से गोबर खरीदेगी. खास बात यह है कि इसके लिए किसानों को गोबर को कंपोस्ट में बदलना होगा.

दरअसल, हिमाचल सरकार ने राज्यों में किसानों से गाय का गोबर खरीदने का फैसला किया है. इसकी जानकारी मंगलवार को खुद कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 11 दिसंबर से किसानों से गोबर की खाद खरीदेगी. वह किसानों से 3 रुपये किलो की दर से गोबर की खाद खरीदेगी. कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने खाद के संग्रहण के लिए उचित तैयारी की है. उन्होंने कहा कि शुरुआत में बागवानी और सेब की फसल के लिए 5 किलो, 10 किलो, 20 किलो और 50 किलो से लेकर 500 किलो के पैकेट में खाद उपलब्ध करवाई जाएगी.

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12 रुपये किलो बेचेगी गोबर की खाद

कृषि मंत्री ने कहा कि बागवानी के लिए शिमला, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में गोबर की खाद बेचने की योजना बनाई जा रही है. मंत्री ने कहा कि सरकार 12 रुपये किलो खाद बेचेगी. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में रिमोट सेंसिंग से मैपिंग करके भूमि उपयोग पैटर्न को बदलने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके तहत खेत के आकार और क्षमता के अनुसार खेती की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि विभाग ने अपने फील्ड स्टाफ के जरिए गोबर की खाद इकट्ठा करना शुरू कर दिया है और योजना की शुरुआत के मौके पर विक्रेताओं को 11 दिसंबर को भुगतान किए जाने की संभावना है. इसे 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले की गई एक और गारंटी की पूर्ति के तौर पर पेश किया जाएगा.

अधिकारियों को दिए गए निर्देश

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पालमपुर में कांगड़ा के लिए कृषि उपनिदेशक कुलदीप धीमान ने बताया कि विभाग ने अपने फील्ड अफसरों से 3 रुपये प्रति किलो की दर से खाद या वर्मीकम्पोस्ट के रूप में गोबर की खाद इकट्ठा करना शुरू करने को कहा है. मैं सभी किसानों से अपील करता हूं कि वे गोबर को खाद के रूप में नजदीकी कृषि कार्यालय में लेकर आएं और उन्हें तुरंत इसका भुगतान कर दिया जाएगा. धीमन ने कहा कि विभाग खाद इकट्ठा करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसका इस्तेमाल कृषि और संबद्ध उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.

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