मक्का, सोया और गन्ना सहित इन फसलों की हुई सामान्य से अधिक बुआई, कृषि मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े
कृषि मंत्रालय ने सोमवार को आंकड़े जारी कर खरीफ की बुआई सामान्य से अधिक होने की जानकारी दी है. खरीफ में शामिल धान, पोषक अनाज, तिलहन और गन्ने की बुआई साल 2018-19 और साल 2022-23 के बीच सबसे अधिक रही. इस सीजन में 13 सितंबर तक कुल 1,096.65 लाख हेक्टेयर (एलएच) विभिन्न खरीफ फसलों के अंतर्गत लाया गया.
भारत में इस बार खरीफ की बुआई सामान्य से अधिक हुई है. कृषि मंत्रालय ने आंकड़े जारी कर इस बात की जानकारी दी है. कृषि मंत्रालय के अनुसार इस साल भारत में खरीफ की बुआई सामान्य से अधिक हो गई है. ऐसे में इस बार खरीफ फसलों के दाम घटने के आसार है. खरीफ में शामिल धान, पोषक अनाज, तिलहन और गन्ने की बुआई साल 2018-19 और साल 2022-23 के बीच सबसे अधिक रही. इस सीजन में 13 सितंबर तक कुल 1,096.65 लाख हेक्टेयर (एलएच) विभिन्न खरीफ फसलों के अंतर्गत लाया गया, वहीं एक साल पहले यह 1,072.94 लाख हेक्टेयर था.
धान की बुआई बढ़कर 410 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि एक साल पहले यह 393.57 लाख हेक्टेयर थी, जो 4 प्रतिशत अधिक है. हालांकि धान की बुआई रिकॉर्ड क्षेत्र में हुई है. जबकी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश से काफी नुकसान भी हुआ है. वहीं बात अगर चावल के निर्यात की करें तो इस पर सितंबर 2022 से प्रतिबंध लागू है. ऐसा इसलिए क्योंकि 2022 और 2023 में मौसम खराब रहने से धान की फसल प्रभावित हुई है. इसके अलावा, दो वर्षों के दौरान कम गेहूं उत्पादन ने केंद्र को पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत अधिक चावल आवंटित करने के लिए मजबूर किया.
अरहर, मोठ और अन्य दालों की बुवाई सामान्य क्षेत्र से अधिक हुई, लेकिन दालों के अंतर्गत कुल क्षेत्रफल 127.77 लाख हेक्टेयर रहा जो पिछले वर्ष (118.43 लाख हेक्टेयर) से अधिक है, लेकिन सामान्य 136.02 लाख हेक्टेयर से कम है. अरहर के अंतर्गत क्षेत्रफल एक वर्ष पूर्व के 40.74 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 46.50 लाख हेक्टेयर हो गया और सामान्य 45.55 लाख हेक्टेयर था. उड़द का कवरेज पिछले वर्ष के 32.25 लाख हेक्टेयर से घटकर 30.44 लाख हेक्टेयर रह गया. मोटे अनाज के अंतर्गत 189.67 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवरेज की सूचना दी गई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 183.11 लाख हेक्टेयर था. वहीं तिलहन के अंतर्गत 193.32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवरेज की सूचना दी गई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 190.37 लाख हेक्टेयर थी.
फसल 2018-19 2023 2024 धान 401.55 410.00 393.57 दालें 136.02 127.77 118.43 मोटे अनाज 181.03 189.67 183.11 तिलहन 190.18 193.32 190.37 गन्ना 51.15 57.68 57.11 जूट और मेस्टा 6.74 5.73 6.66 कपास 129.34 112.48 123.69