ट्रंप के टैरिफ से मलिहाबाद के दशहरी आम पर मडराया संकट का बादल, टेंशन में किसान और निर्यातक
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 26 फीसदी टैरिफ की घोषणा से मलिहाबाद के दशहरी आम के किसानों और निर्यातकों की चिंता बढ़ गई है. टैरिफ लागू होने पर भारतीय आम अमेरिका में महंगे हो सकते हैं, जिससे मांग घटेगी. निर्यातक अब खाड़ी देशों और यूरोप जैसे वैकल्पिक बाजारों की तलाश कर रहे हैं.

Dussehri mango: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय प्रोडक्ट्स पर 26 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा से न सिर्फ व्यापारी, बल्कि किसान भी परेशान हैं. हालांकि ट्रंप ने इस फैसले को 90 दिनों के लिए टाल दिया है, फिर भी उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद के आम उगाने वाले किसान और एक्सपोर्टर्स की चिंता बनी हुई है. किसानों का कहना है कि टैरिफ वॉर से मलिहाबाद के फेमस दशहरी आम के निर्यात पर असर पड़ सकता है, क्योंकि इसकी डिमांड भारत से लेकर अमेरिका तक है.
इस टैरिफ के खतरे को देखते हुए निर्यातक अब दूसरे देशों में नए मौके तलाश रहे हैं. उनका कहना है कि अगर 26 फीसदी टैरिफ लागू हो गया, तो आम के निर्यात पर सीधा असर पड़ेगा, क्योंकि हर देश के नियम-कानून अलग होते हैं. भारत ऐसे खाड़ी देशों जैसे यूएई, दोहा और कतर को बड़े पैमाने पर आम निर्यात करता है, जहां बिना वॉश किए हुए आम भी आसानी से एक्सपोर्ट हो जाते हैं. लेकिन यूरोप के नियम ज्यादा सख्त हैं. वहां आम भेजने से पहले उसे गर्म पानी से धोना पड़ता है, जिससे प्रोसेसिंग का खर्च काफी बढ़ जाता है.
अमेरिकी आम की यूपी में खेती
खास बात यह है अब मलिहाबाद में किसान अमेरिकी आमों की किस्में भी उगाने की कोशिश कर रहे हैं. वो आगे चलकर ये नई किस्में दूसरे देशों को निर्यात करना चाहते हैं. यहां पर किसान अमेरिकी आम की किस्म टॉमी एटकिंस और सेंसेशन उगा रहे हैं. ये कैलिफोर्निया के आम हैं. वहीं, दूसरी ओर भारत के दूसरे राज्यों से आमों का निर्यात शुरू हो चुका है. दक्षिण भारत के राज्यों से नीलम, तोतपरी, रमनपल्ली और अल्फांसो का निर्यात हो रहा है.
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निर्यातकों के मुताबिक, अमेरिकी आम अमेरिका में 8 से लेके 10 डॉलर प्रति बॉक्स बिकता है. लेकिन टैरिफ लागू होने पर यह थोड़ा महंगा बिकेगा. तब इसकी कीमत 12 या 13 डॉलर तक हो सकती है. लेकिन भारत का आम अमेरिकी रिटेल मार्केट में 40 से 50 डॉलर में प्रति बॉक्स बिकता है. लेकिन टैरिफ लगने के बाद अब यह 55 से 60 डॉलर प्रति बॉक्स हो जाएगा. इससे मांग में गिरावट आएगी.
50 मिलियन डॉलर का आम एक्सपोर्ट
भारत ने पिछले साल करीब 50 मिलियन डॉलर का आम एक्सपोर्ट किया था. साल 2023 में अमेरिका को 2043.60 मीट्रिक टन भारतीय आम भेजे गए, जो 2024 में बढ़कर 3000 मीट्रिक टन तक पहुंच गए. हालांकि, इस बार अमेरिका को आम निर्यात करने को लेकर निर्यातकों में असमंजस बना हुआ है. उनका कहना है कि फिलहाल अमेरिकी बाजार में अमेरिकी आम 8 से 10 डॉलर प्रति बॉक्स बिकता है. लेकिन अगर 26 फीसदी टैरिफ लग गया, तो इसकी कीमत बढ़कर 12 से 13 डॉलर तक पहुंच सकती है.
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भारतीय आमों पर साफ दिखेगा असर
जानकारों का मानना है कि ट्रंप के टैरिफ का असर भारतीय आमों पर साफ दिखेगा और इससे निर्यात भी प्रभावित हो सकता है. एपीडा (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) के एक अधिकारी का कहना है कि आने वाले 2-3 हफ्तों में साफ हो पाएगा कि टैरिफ का आम निर्यात पर कितना असर पड़ा है. हालांकि, किसानों की चिंता अभी से बढ़ने लगी है.
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