ममता बनर्जी के इस फैसले से महंगा हो सकता है आलू, रिटेल प्राइस पर पड़ेगा ज्यादा असर

सरकार की सख्ती के बाद कोलकाता के खुदरा बाजारों में गुरुवार को 35 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला ज्योति किस्म का आलू शुक्रवार को 32-33 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गया. इसी तरह, चंद्रमुखी किस्म की कीमत कुछ बाजारों में 43-45 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 42 रुपये हो गई.

आलू की कीमत में हो सकती है बढ़ोतरी. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: tv9

आने वाले दिनों में आलू की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य से बाहर आलू की सप्लाई पर रोक लगा दी है. उन्होंने कहा है कि जब तक पश्चिम बंगाल में आलू की कीमतों में गिरावट नहीं आ जाती है, तब तक राज्य से बाहर आलू की बिक्री नहीं होगी. पश्चिम बंगाल सरकार को उम्मीद है कि राज्य से बाहर आलू की सप्लाई पर ब्रेक लगाने से प्रदेश की मंडियों में इसका स्टॉक बढ़ जाएगा. इससे कीमतों में गिरावट आ सकती है. खास बात यह है कि पश्चिम बंगाल देश का प्रमुख आलू उत्पादक राज्य है. आलू पैदा करने में यूपी के बाद इसका दूसरा स्थान है. इस राज्य से पूरे देश में आलू की सप्लाई होती है. ऐसे में जानकारों का कहना है कि सप्लाई पर ब्रेक लगाने से दूसरे राज्यों में भी आलू महंगा हो सकता है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह कदम रिटेल मार्केट में आलू कीमतों में उछाल के कारण मुनाफाखोरी के खिलाफ उठाया है. हालांकि, सरकार के इस फैसले से कोलकाता के आसपास के बाजारों में थोक और खुदरा आलू की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है. मुख्य सचिव मनोज पंत ने अधिकारियों और राज्य टास्क फोर्स के सदस्यों से मुलाकात की और निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा निर्णय की समीक्षा करने और निर्णय लेने से पहले आलू और प्याज की खेप बंगाल की सीमाओं से बाहर न भेजी जाए.

कोल्ड स्टोरेज में आलू का है पर्याप्त स्टॉक

पंत ने आलू और प्याज के अवैध सप्लाई को रोकने के लिए राज्य की सीमा पर कड़ी निगरानी रखने को भी कहा है. वहीं, राज्य के अधिकारियों ने पंत को कोल्ड स्टोरेज में आलू के पर्याप्त स्टॉक का आश्वासन दिया. अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के 475 कोल्ड स्टोरेज में लगभग 10 लाख टन आलू का भंडारण किया गया है, जो दिसंबर तक मांग को पूरा करेगा. तब तक नई फसल बाजारों में आ जाएगी. टास्क फोर्स के सदस्य रवीन्द्र नाथ कोले ने कहा कि सभी किसानों और व्यापारियों को अपना स्टॉक खाली करने के लिए कहा जाएगा, ताकि आलू थोक और खुदरा बाजार में पहुंच सके.

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आलू की कीमतों में गिरावट

खास बात यह है कि सरकार की सख्ती के बाद कोलकाता के खुदरा बाजारों में गुरुवार को 35 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला ज्योति किस्म का आलू शुक्रवार को 32-33 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गया. इसी तरह, चंद्रमुखी किस्म की कीमत कुछ बाजारों में 43-45 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 42 रुपये हो गई. थोक बाजारों में, सीएम के निर्देश के बाद आलू की कीमतों में 2 रुपये से 5 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई, जिससे कीमत गुरुवार को 27 रुपये प्रति किलोग्राम से कम हो गई.

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