नौकरी छोड़ गांव में खेती कर रही MBA पास ये लड़की, वर्मी कंपोस्ट बेचकर 4 साल में बन गई करोड़पति
success story: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली ऋचा दीक्षित ने साल 2021 में 78 हजार रुपये में वर्मी कंपोस्ट की खेती शुरू कीं. लेकिन 4 साल में ही वर्मी कंपोस्ट बेचकर करोड़पति बन गईं. इनकी कंपनी का सलाना टर्नऑवर 4 करोड़ रुपये है.
Vermicompost: हायर एजुकेशन की डिग्री लेने के बाद हर किसी चाहत होती है कि उसे मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी करने का मौका मिले, ताकि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों में रॉयल लाइफ जी जा सके. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने महानगरों की रॉयल लाइफ को छोड़ कर गांव में खुद का स्टार्टअप शुरू किया है और इसमें उन्हें सफलता भी मिल गई है. आज हम एक ऐसी ही MBA पास शख्सियत के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो वर्मी कंपोस्ट बेचकर करोड़पति बन गई हैं. वे केंचुआ खाद बेचकर हर साल लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. महज 4 साल में उनकी कंपनी का टर्नओवर 4 करोड़ रुपये हो गया है.
दरअसल, हम जिस शख्सियत के बारे में बात करने जा रहे हैं, उनका नाम ऋचा दीक्षित है. ये उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के सदर थाना स्थित रोजा गांव की रहने वाली हैं. ऋचा दीक्षित वर्मी कंपोस्ट बेचकर साल में लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. ऐसे इन्होंने एग्रीकल्चर में ही BSC ऑनर्स किया है. इसके बाद ऋचा ने नोएडा स्थित Amity यूनिवर्सिटी से एग्रीकल्चर फूड बिजनेस में MBA किया. फिर दिल्ली बेस्ड सीड कंपनी में डिप्टी मार्केटिंग मैनेजर के रूप में 4 साल तक नौकरी की. लेकिन कुछ अलग करने की चाहत ने इन्हें दिल्ली से गांव खिंच लाया.
78 हजार रुपये में शुरू किया बिजनेस
Money9live से बात करते हुए ऋचा दीक्षित ने बताया कि साल 2021 में गांव आने के बाद वर्मी कंपोस्ट की खेती शुरू करने का फैसला किया. इसके लिए सबसे पहले 28 हजार रुपये में 4 बीघा जमीन लीज पर ली. फिर 7 ट्रॉली देसी गाय का गोबर और जयपुर से 250 रुपये किलो की दर से 20 किलो केंचुआ खरीदा. उन्होंने बताया कि वर्मी कंपोस्ट की खेती शुरू करने पर पहली बार कुल 78 हजार रुपये की लागत आई. तीन महीने बाद 10 हजार रुपये का वर्मी कंपोस्ट बेचा. लेकिन समय के साथ-साथ कमाई भी बढ़ती गई.
ऋचा दीक्षित ने कहा कि समय के साथ-साथ लागत कम होती गई और कमाई बढ़ती गई. उन्होंने कहा कि साल 2022 में 5 लाख रुपये का वर्मीं कंपोस्ट बेचा. जबकि, साल 2023 में करीब 50 लाख रुपये की सेलिंग हुई. वहीं, साल 2024 आते-आते इनकी Green Basket कंपनी का टर्नओवर करीब 4 करोड़ रुपये का हो गया. यानी साल 2024 में उन्होंने 4 करोड़ रुपये का वर्मी कंपोस्ट बेचा.
वर्मी कंपोस्ट की ऑनलाइन बिक्री
खास बात यह है कि ऋचा दीक्षित ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन भी वर्मी कंपोस्ट बेच रही हैं. उन्होंने Green Basket नाम से कंपनी बनाई है. Green Basket ब्रांड नाम से वर्मी कंपोस्ट की बिक्री होती है. ऋचा दीक्षित ने कहा कि वे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon, meesho और flipkart की मदद से ऑनलाइन भी वर्मी कंपोस्ट बेच रही हैं. इसके लिए ऑर्डर यूपी ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी आते हैं. वर्मी कंपोस्ट की बिक्री 1 किलो, 5 किलो और 10 किलो के पैकेट में होती है. 1 किलो वाले वर्मी कंपोस्ट की कीमत शिपिंग चार्ज के साथ 100 रुपये हैं, जबकि 10 किलो वाले का रेट 280 रुपये है.
60 अन्य जैविक प्रोडक्ट की भी बिक्री
ऋचा दीक्षित की माने तो पहले साल वर्मी कंपोस्ट बेचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. खुद नर्सरी में जाकर वर्मी कंपोस्ट को सेल करती थीं. लेकिन मांग बढ़ने पर इसकी ऑनलाइन बिक्री भी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि वर्मी कंपोस्ट के अलावा 60 तरह के अन्य जैविक खाद, खली और कीटनाशक भी बेचती हैं. इनकी मांग भी मार्केट में धीरे-धीरे बढ़ रही है.
कैसे तैयार होता है वर्मी कंपोस्ट
ऋचा दीक्षित का कहना है कि वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए गाय के गोबर को पानी के साथ मिलाकर एक हफ्ते के लिए छोड़ दिया जाता है, ताकि उसमें से मिथेन गैस निकल जाए. इसके बाद 9×4 मीटर के प्लास्टिक शीट पर गोबर का बेड तैयार किया जाता है. फिर बेड पर केंचुआ बिखेर कर उसे पराली से ढंक दें. करीब 2 महीने में वर्मी कंपोस्ट तैयार हो जाएगा. उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्होंने 9×4 मीटर के 20 बेड के साथ वर्मी कंपोस्ट की खेती शुरू की थी. तीन महीने बाद 17 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ था, जिससे 10 हजार रुपये की कमाई हुई थी. लेकिन अब उनके खेत में वर्मी कंपोस्ट के 200 बेड हैं, जिससे हर महीने 30 टन वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हो रहा है.