भैंसों की 16 फीसदी कम हुई दूध देने की क्षमता, फिर भी देश में बढ़ गया उत्पादन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डेयरी किसानों को अपने पशुओं का टीका लगवाना चाहिए. इसके लिए सरकार मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस 2030 तक देश से समाप्त हो जाएंगे और इससे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी.
देश में दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, भैसों ने पहले के मुकाबले दूध देना कम कर दिया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का दूध उत्पादन 2023-24 में सालाना लगभग 4 प्रतिशत बढ़कर 239.3 मिलियन टन हो गया, जबकि भैंसों के दूध उत्पादन में सालाना 16 प्रतिशत की गिरावट आई है. दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक भारत का दूध उत्पादन 2022-23 में 230.58 मीट्रिक टन रहा. हालांकि, आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले दो वित्तीय वर्षों में वार्षिक वृद्धि दर धीमी रही है. हालाकि, साल 2017-18 में वृद्धि दर 6.62 प्रतिशत थी.
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उत्पादकता में सुधार के कारण 2023-24 में दूध उत्पादन बढ़कर लगभग 239 मीट्रिक टन हो गया है. मंत्री ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2024 के अवसर पर बुनियादी पशुपालन सांख्यिकी 2024 जारी की, जिसे हर साल 26 नवंबर को श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है, जिनका जन्म इसी दिन हुआ था. सिंह ने कहा कि प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता भी 2022-23 में 459 ग्राम प्रतिदिन से बढ़कर 2023-24 में 471 ग्राम प्रतिदिन हो गई है.
दूध उत्पादन में औसत वृद्धि 6 प्रतिशत
मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत के दूध उत्पादन में औसत वृद्धि 6 प्रतिशत रही है, जबकि वैश्विक औसत 2 प्रतिशत है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में भैंसों से दूध उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत की कमी आई है. विदेशी/संकरित मवेशियों से दूध उत्पादन में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि देशी/अवर्णित मवेशियों से उत्पादन में 44.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 2023-24 के दौरान देश में कुल दूध उत्पादन 239.30 मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले 10 वर्षों में 5.62 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है. साल 2014-15 में दूध उत्पादन 146.3 मीट्रिक टन था.
ये राज्य हैं टॉप 5 दूध उत्पादक
2023-24 के दौरान शीर्ष पांच दूध उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश शामिल था, जिसकी कुल दूध उत्पादन में 16.21 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, इसके बाद राजस्थान (14.51 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (8.91 प्रतिशत), गुजरात (7.65 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (6.71 प्रतिशत) थे. इसी तरह वार्षिक वृद्धि दर के मामले में पश्चिम बंगाल शीर्ष पर (9.76 प्रतिशत) रहा, उसके बाद झारखंड (9.04 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (8.62 प्रतिशत) और असम (8.53 प्रतिशत) का स्थान रहा.
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खुरपका और मुंहपका रोग हो जाएगा खत्म
खास बात यह है कि केंद्रीय मंत्री ने डेयरी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि डेयरी किसानों को अपने पशुओं का टीका लगवाना चाहिए. इसके लिए सरकार मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस 2030 तक देश से समाप्त हो जाएंगे और इससे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी. मंत्री ने डेयरी किसानों से सेक्स-सॉर्टेड सीमेन और कृत्रिम गर्भाधान को बड़े पैमाने पर अपनाने को भी कहा. सिंह ने कहा कि सरकार पशुओं की नस्ल सुधार पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है.
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