MP सहित इन राज्यों में MSP पर हो रही सोयाबीन की खरीद, अब तक 4 लाख टन खरीदा गया अनाज
कृषि मंत्रालय ने इस बार 33.60 लाख टन से अधिक सोयाबीन की खरीद की स्वीकृति दी है. सोयाबीन की कीमतें वर्तमान में 4100 से 4200 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास हैं. लेकिन यह 4892 प्रति क्विंटल के MSP से काफी कम है. इंदौर में, औसत कीमतें 4186 प्रति क्विंटल के आसपास चल रही हैं, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत कम है.
केंद्र सरकार कई राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सोयाबीन की खरीद कर रही है. 12 दिसंबर तक सरकारी एजेंसियों ने MSP पर स्वीकृत मात्रा का लगभग 12 प्रतिशत यानी 4.15 लाख टन सोयाबीन की खरीद कर लिया है. इस महीने के अंत तक कुछ राज्यों में सोयाबीन की खरीद बंद हो जाएगी. सरकारी एजेंसियां 6 राज्यों में सबसे अधिक तेजी से सोयाबीन की खरीद कर रही हैं. हालांकि, इसके बाद भी इंदौर में सोयाबीन का रेट एमएसपी कम है. किसानों को उचित कीमत नहीं मिल पा रही है.
कृषि मंत्रालय ने इस बार 33.60 लाख टन से अधिक सोयाबीन की खरीद की स्वीकृति दी है. सोयाबीन की कीमतें वर्तमान में 4100 से 4200 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास हैं. लेकिन यह 4892 प्रति क्विंटल के MSP से काफी कम है. इंदौर में, औसत कीमतें 4186 प्रति क्विंटल के आसपास चल रही हैं, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत कम है. नैफेड के ताजा खरीद आंकड़ों के अनुसार, सबसे बड़े उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में 12 दिसंबर तक एमएसपी के तहत सोयाबीन की खरीद 2.16 लाख टन को पार कर गई है.
स्वीकृत मात्रा 13.68 लाख टन
बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में खरीद के लिए स्वीकृत मात्रा 13.68 लाख टन है. मध्य प्रदेश में 25 अक्टूबर से शुरू हुई सोयाबीन की खरीद 31 दिसंबर को समाप्त होगी. वहीं, महाराष्ट्र में खरीद 1.09 लाख टन से अधिक है और खरीद के लिए स्वीकृत मात्रा 14.13 लाख टन है. यहां खरीद 12 जनवरी तक चलेगी. इसी तरह राजस्थान में अभी तक करीब 11,202 टन ही सोयाबीन की खरीद हो पाई है, जबकि स्वीकृत मात्रा 2.94 लाख टन है.
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कर्नाटक में इस दिन बंद हो जाएगी खरीद
इसी तरह गुजरात में करीब 11,973 टन की खरीद हो चुकी है और स्वीकृत मात्रा 1.14 लाख टन है. गुजरात में खरीद अगले साल 9 फरवरी को समाप्त होगी, जबकि राजस्थान में यह 15 जनवरी को समाप्त होगी. तेलंगाना में 59,508 टन की स्वीकृत मात्रा के मुकाबले 58,340 टन से अधिक की खरीद की गई है. तेलंगाना में खरीद 23 दिसंबर को समाप्त होगी. कर्नाटक में स्वीकृत मात्रा 1.11 लाख टन में से केवल 7,259 टन ही खरीदी गई है. कर्नाटक में 5 सितंबर से शुरू हुई खरीद 2 जनवरी को समाप्त होगी.
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