गैर-बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर लगा प्रतिबंध हटा सकती है सरकार, खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने दी जानकारी
गैर-बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर लगे प्रतिबंध को हटाया जा सकता है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने इसकी जानकारी दी. घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए 20 जुलाई 2023 को गैर-बासमती सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
गैर-बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर लगे प्रतिबंध को हटाया जा सकता है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बुधवार को कहा कि कुछ किस्मों के बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार किया जा रहा है. चोपड़ा ने संवाददाताओं बात चीत में इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह एक डायनामिक प्रक्रिया है, और हम आवश्यकताओं और उपलब्ध स्टॉक के आधार पर उचित निर्णय लेंगे.
घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए 20 जुलाई 2023 को गैर-बासमती सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. चोपड़ा ने कहा कि गोदामों में चावल का पर्याप्त भंडार है और खुदरा कीमतें भी नियंत्रण में हैं.
कुछ देशों को मिली थी रियायत
घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 20 जुलाई 2023 से गैर-बासमती सफेद चावल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, कुछ देशों के अनुरोध और खाद्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक्सपोर्ट की अनुमति दी थी. तंजानिया को 30,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल और जिबूती तथा गिनी बिसाऊ को 80,000 टन टूटे चावल की अनुमति दी गई थी.
तंजानिया एक पूर्वी अफ्रीकी देश है, जबकि जिबूती अफ्रीका के उत्तरपूर्वी तट पर स्थित है. गिनी बिसाऊ पश्चिम अफ्रीका का एक उष्णकटिबंधीय देश है. जिबूती को 30,000 टन और गिनी बिसाऊ को 50,000 टन चावल एक्सपोर्ट की अनुमति दी गई थी. इसके अलावा, भारत ने पहले भी नेपाल, कैमरून, गिनी, मलेशिया, फिलीपींस और सेशेल्स जैसे देशों को एक्सपोर्ट की अनुमति दी थी.
कौन हैं सबसे बड़े खरीदार
भारत कई अफ्रीकी देशों के अलावा चीन, बांग्लादेश और नेपाल को भी चावल एक्सपोर्ट करता है. भारत से चावल खरीदने वाले शीर्ष पांच देशों में पहले स्थान पर अफ्रीकी देश बेनिन है, जहां 1.6 मिलियन मीट्रिक टन चावल एक्सपोर्ट होता है. दूसरे स्थान पर चीन है, जहां 1.5 मिलियन मीट्रिक टन चावल जाता है.
तीसरे स्थान पर सेनेगल है, जहां 1.3 मिलियन मीट्रिक टन चावल एक्सपोर्ट किया जाता है. चौथे स्थान पर आइवरी कोस्ट है, जहां 1.2 मिलियन मीट्रिक टन चावल जाता है. पांचवें स्थान पर टोगो है, जहां 0.9 मिलियन मीट्रिक टन चावल एक्सपोर्ट होता है.