इस साल 640 लाख हेक्टेयर में बोई गई रबी फसल, गेहूं के रकबे में इतनी फीसदी की बढ़ोतरी
रेपसीड और सरसों 89.30 लाख हेक्टेयर और मूंगफली 3.65 लाख हेक्टेयर में बोई गई. इस सीजन में अब तक रबी फसलों के तहत कुल 640 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया गया है, जो एक साल पहले 637.49 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है.
इस साल गेहूं के रकबे में बढ़ोतरी हुई है. कृषि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन में अब तक गेहूं की बुवाई का रकबा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1.38 प्रतिशत बढ़कर 320 लाख हेक्टेयर हो गया है. कृषि अधिकारियों का कहना है कि फसल कवरेज और फसल की स्थिति पिछले साल की तुलना में बेहतर है. ऐसे में सरकार इस साल बंपर पैदावर की उम्मीद कर रही है.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन में 20 जनवरी तक गेहूं का रकबा एक साल पहले के 315.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 320 लाख हेक्टेयर हो गया. वहीं, दलहन का रकबा मामूली रूप से बढ़कर 141.69 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पहले 139.29 लाख हेक्टेयर था. इसी तरह मक्का 22.90 लाख हेक्टेयर और ज्वार 22.90 लाख हेक्टेयर में बोया गया है. तिलहन की बुआई 20 जनवरी तक घटकर 97.62 लाख हेक्टेयर रह गई, जबकि एक साल पहले यह रकबा 101.80 लाख हेक्टेयर था.
कितने हेक्टेयर में बोई गई मूंगफली
पीटीआई के मुताबिक, रेपसीड और सरसों 89.30 लाख हेक्टेयर और मूंगफली 3.65 लाख हेक्टेयर में बोई गई. इस सीजन में अब तक रबी फसलों के तहत कुल 640 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया गया है, जो एक साल पहले 637.49 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है. मंत्रालय ने कहा कि रबी की फसल टमाटर, प्याज और आलू की बुआई चल रही है और इन फसलों का रकबा अब तक पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अधिक है.
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फसल की स्थिति बेहतर
वहीं, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और रबी की बुवाई, मौसम की स्थिति और राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (एनपीएसएस) के माध्यम से कीट निगरानी की प्रगति की समीक्षा की. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कुल मिलाकर फसल कवरेज और फसल की स्थिति पिछले साल की तुलना में बेहतर है. ऐसे में सरकार को इस साल बंपर पैदावर की उम्मीद है. इस समय बाजार में गेहूं, चावल, चना, सरसों और तिल के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से अधिक चल रहे हैं.
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