14 रुपये किलो सस्ता हुआ टमाटर, जानें अब घटकर कितनी हुईं कीमतें
मंत्रालय ने कहा कि हालांकि मदनपल्ले और कोलार के प्रमुख टमाटर केंद्रों पर आवक कम हो गई है, लेकिन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात से मौसमी आपूर्ति के कारण कीमतों में कमी आई है, जिससे देश भर में आपूर्ति की कमी पूरी हो गई है. बयान में कहा गया है कि मौसम की अनुकूल स्थिति ने पैदावार और खेतों से उपभोक्ताओं तक सप्लाई चेन के सुचारू संचालन, दोनों को समर्थन दिया है.
टमाटर की होलसेल कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है. इसका असर रिटेल मार्केट में भी देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर में जो टमाटर 10 दिन पहले तक 80 रुपये किलोग्राम बिक रहा था, अब उसकी कीमत 50 से 60 रुपये हो गई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देशभर में स्पलाई में सुधार के कारण टमाटर की खुदरा कीमतों में मासिक आधार पर 22.4 प्रतिशत की गिरावट आई है. आधिकारिक बयान के अनुसार, 14 नवंबर को टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 52.35 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जो 14 अक्टूबर को 67.50 रुपये प्रति किलोग्राम था. यानी टमाटर की रेट में करीब 14 रुपये की गिरावट आई है.
इसी अवधि के दौरान, दिल्ली की आजादपुर मंडी में बढ़ती आवक के कारण मॉडल थोक मूल्य में लगभग 50 प्रतिशत की तीव्र गिरावट देखी गई, जो 5,883 रुपये प्रति क्विंटल से घटकर 2,969 रुपये प्रति क्विंटल हो गई. मंत्रालय ने कहा कि पिंपलगांव (महाराष्ट्र), मदनपल्ले (आंध्र प्रदेश) और कोलार (कर्नाटक) जैसे प्रमुख बाजारों से भी इसी तरह की कीमत में सुधार की सूचना मिली है.
टमाटर उत्पादन में 4 फीसदी की बढ़ोतरी
मंत्रालय ने कहा कि हालांकि मदनपल्ले और कोलार के प्रमुख टमाटर केंद्रों पर आवक कम हो गई है, लेकिन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात से मौसमी आपूर्ति के कारण कीमतों में कमी आई है, जिससे देश भर में आपूर्ति की कमी पूरी हो गई है. बयान में कहा गया है कि मौसम की अनुकूल स्थिति ने पैदावार और खेतों से उपभोक्ताओं तक सप्लाई चेन के सुचारू संचालन, दोनों को समर्थन दिया है. वित्त वर्ष 2023-24 में देश का टमाटर उत्पादन चार प्रतिशत बढ़कर 213.20 लाख टन होने का अनुमान है.
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चेन्नई में 110 रुपये किलो हुआ टमाटर
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में प्याज कुछ ज्यादा ही महंगा हो गया है. यहां पर लोगों को एक किलो प्याज खरीदने के लिए 100 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं. कहा जा रहा है कि रिटेल मार्केट ही नहीं, होलसेल मार्केट में भी प्याज बहुत अधिक महंगा बिक रहा है. महंगाई का आलम यह है कि कोयम्बेडु थोक बाजार परिसर (केडब्ल्यूएमसी) में शनिवार को बेहतरीन क्वालिटी का प्याज 40 से 70 रुपये किलो बिक रहा था. लेकिन रिटेल मार्केट में आते-आते खुदरा प्याज की कीमत 100 से 110 रुपये किलो हो जा रही है. हालांकि, थोक व्यापारियों ने कहा कि पिछले दिन की तुलना में प्याज की कीमत में 5 प्रति किलो की मामूली गिरावट आई है, क्योंकि केडब्ल्यूएमसी को तेलंगाना और कर्नाटक से कुछ ज्यादा प्याज की आवक शुरू हो गई है.
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