Tomato price fall: कौड़ियों के भाव बिक रहा टमाटर, फोन करने पर भी नहीं मिल रहे खरीदार
टमाटर हमेशा चर्चा में रहता है. खास कर बारिश के मौसम में यह बहुत महंगा हो जाता है. इसका रेट 200 रुपये किलो तक पहुंच जाता है. लेकिन अब मध्य प्रदेश में टमाटर की कीमत बहुत कम हो गई है. किसानों को टमाटर के खरीदार तक नहीं मिल रहे हैं. इससे किसानों के लिए लागत निकालना मुश्किल हो गया है.
मॉनसून आते ही 150 रुपये से 200 रुपये किलो बिकने वाले टमाटर की कीमत में अचानक बहुत अधिक गिरावट आ गई है. मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में टमाटर कौड़ियों के भाव में बिक रहा है. होलसेल रेट 5 रुपये किलो से भी नीचे पहुंच गया है. इससे किसानों के लिए लागत निकालना मुश्किल हो गया है. किसानों का कहना है कि कीमत में गिरावट आने के चलते टमाटर के खरीदार भी नहीं मिल रहे हैं. अगर कीमतों में गिरावट इसी तर से जारी रही तो भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
टमाटर की कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट बुंदेलखंड के सागर जिले में देखने को मिल रही है. यहां पर कई जगहों पर टमाटर 5 से 10 रुपये किलो बिक रहा है, तो कई जगहों पर इसका भाव 2 से 3 रुपये किलो भी है. इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि कीमत में गिरावट आने के चलते टमाटर के खरीदार तक नहीं मिल रहे हैं. जो व्यापारी पहले खेत में आकर टमाटर खरीदते थे, अब उन्हें फोन कर बुलाना पड़ रहा है. इसके बावजूद भी व्यापारी टमाटर खरीदने से कतरा रहे हैं. साथ ही व्यापारी बहुत कम रेट पर टमाटर खरीदने की बात कर रहे हैं, जो किसानों के लिए नुकसानदेह है.
इस वजह से कीमत में आई गिरावट
न्यूज18 के मुताबिक, टमाटर किसान सत्यनारायण पटेल का कहना है कि पिछले हफ्ते हुई बारिश के चलते टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है. सत्यनारायण के मुताबिक, लगातार दो से तीन दिनों तक धूप नहीं निकलने से एक साथ टमाटर की पूरी फसल पक कर तैयार हो गई. इससे मार्केट में एकाएक टमाटर की आवक बढ़ गई. ऐसे में टमाटर की होलसेल रेट गिर गया. सत्यनारायण का कहना है कि पहले व्यापारी खुद गांव में आकर टमाटर की खरीदारी करते थे. लेकिन भाव गिरने से व्यापारी टमाटर खरीदने से कतरा रहे हैं. यही वजह है कि पिछले तीन से गांव में एक भी व्यापारी टमाटर खरीदने के लिए नहीं आया.
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30 रुपये क्रेट लगा रहे बोली
सत्यनारायण पटेल ने कहा कि जब गांव के किसानों ने व्यापारियों से फोन पर बात की तो उन्होंने टमाटर का रेट बहुत कम लगाया. कई व्यापारियों ने तो 30 रुपये क्रेट (एक क्रेट में 40 किलो) की दर से टमाटर का रेट लगाया. यानी 1 रुपये किलो से भी कम कीमत. वहीं, दूसरे किसान बबलू का कहना है कि 2 लाख रुपये खर्च कर डेढ़ एकड़ में टमाटर की खेती की थी. भाव गिरने से पहले ही मैंने 2 लाख रुपये का टमाटर बेच दिया. लेकिन जब फायदा कमाने की बारी आई, तो रेट गिर गया.
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