Sugarcane Farmer: UP के गन्ना किसानों के लिए बड़ी खबर, जानें SAP पर सरकार ने क्या लिया फैसला
उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले 8 साल में तीन बार गन्ने के SAP में बढ़ोतरी की है, जो 10, 25 और 20 रुपये प्रति क्विंटल है. साल 2017-18 में सरकार ने गन्ने के SAP में 10 रुपये की बढ़ोतरी की थी, तब गन्ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था. इसके बाद अगले तीन साल SAP में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई.
State Advisory Price: उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों के लिए बुरी खबर है. प्रदेश सरकार ने चालू गन्ना पेराई सत्र 2024-25 के दौरान गन्ने के स्टेट एडवाइजरी प्राइस (SAP) में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है. यानी इस बार भी गन्ने का रेट पिछले साल के बराबर 370 रुपये प्रति क्विंटल ही रहेगा. वहीं, सरकार के इस फैसले से लाखों गन्ना किसान मायूस हैं. क्योंकि वे लंबे समय से SAP में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे थे. जबकि, राज्य सरकार के इस फैसले से चीनी मिल मालिकों ने राहत की सांस ली है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी सरकार ने सोमवार को कैबिनेट बाई-सर्कुलेशन के जरिए यह फैसला लिया है. यह फैसला राज्य के चीनी मिल मालिकों के लिए राहत की बात कही जा रही है. इससे पहले, जनवरी 2024 में, यूपी सरकार ने सभी गन्ना किस्मों के लिए स्टेट एडवाइजरी प्राइस (SAP) में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी.
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चीनी मिल मालिकों का विरोध
तब सरकार ने जल्द पकने वाली किस्मों के लिए SAP 350 रुपये से बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल, सामान्य किस्मों के लिए 340 रुपये से बढ़ाकर 360 रुपये और देर से पकने वाली किस्मों के लिए 335 रुपये से बढ़ाकर 355 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था. चीनी मिल मालिकों ने हाल ही में किसी भी मूल्य वृद्धि का विरोध किया है. उनका तर्क है कि वे नियमित भुगतान करते हैं और पूरे सीजन में अपनी मिलें चलाते हैं, लेकिन इस साल गन्ने से चीनी की रिकवरी दर भी कम है.
चीनी रिकवरी में गिरावट
मिल मालिकों ने चेतावनी दी थी कि कीमत में किसी भी तरह की बढ़ोतरी से समय पर भुगतान करने की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है. हाल ही में, 2024-25 सीजन के लिए SAP में एक्सपेक्टेड वृद्धि के बीच, यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (UPSMA) ने चीनी रिकवरी में गिरावट के बारे में चिंता जताई, जिससे उत्पादन लागत बढ़ जाएगी. यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को लिखे पत्र में एसोसिएशन ने रिकवरी में गिरावट को उजागर किया. पिछले साल की तुलना में चीनी रिकवरी में गिरावट ने उत्पादन की लागत को काफी बढ़ा दिया है.
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कब-कब हुई SAP में बढ़ोतरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले 8 साल में तीन बार गन्ने के SAP में बढ़ोतरी की है, जो 10, 25 और 20 रुपये प्रति क्विंटल है. साल 2017-18 में सरकार ने गन्ने के SAP में 10 रुपये की बढ़ोतरी की थी, तब गन्ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था. इसके बाद अगले तीन साल SAP में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. फिर 2021-22 में SAP 25 रुपये बढ़ाकर 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया. जबकि साल 2023-24 सीजन के दौरान सरकार ने गन्ने के SAP में 20 रुपये बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया.