महंगाई का सामना करने के लिए रहें तैयार! इस साल गेहूं हो सकता है महंगा; डिमांड और सप्लाई में भारी अंतर आने की संभावना
2025 में गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि खपत बढ़ रही है और आपूर्ति घट रही है. IGC के अनुसार, वैश्विक गेहूं भंडार 259 मिलियन टन तक गिर सकता है. USDA ने अमेरिका की फार्म प्राइस 5 सेंट घटाकर 550 सेंट की. FAO ने 2025 का उत्पादन 796 मिलियन टन रहने का अनुमान लगाया है. रूस, यूक्रेन और पाकिस्तान में उत्पादन गिर सकता है, जबकि फ्रांस और जर्मनी में बुवाई बढ़ने की संभावना है.

इस साल गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है, क्योंकि खपत बढ़ने और आपूर्ति घटने की उम्मीद है. फिच सॉल्यूशंस की इकाई BMI का कहना है कि हमें उम्मीद हैं कि 2025 के दौरान गेहूं की कीमतें मौजूदा स्तरों से और बढ़ेंगी, क्योंकि 2025-26 सीजन में आपूर्ति सीमित हो जाएगी. इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (IGC) के अनुसार, 2025-26 में वैश्विक गेहूं भंडार कई वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच सकता है. प्रमुख निर्यातकों के भंडार में कमी और कुछ एशियाई देशों में पहले के ऊंचे भंडार से लगातार निकासी के कारण ऐसा हो सकता है.
इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (IGC) के ताजा अनुमान के मुताबिक, 2025-26 में गेहूं का कैरीओवर स्टॉक घटकर 259 मिलियन टन रह सकता है, जो 2024-25 में 264 मिलियन टन था. हालांकि, उत्पादन बढ़कर 807 मिलियन टम होने का अनुमान है, लेकिन खपत 813 मिलियन टम और व्यापार 201 मिलियन टन तक पहुंच सकता है, जिससे आपूर्ति पर दबाव बनेगा.
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गेहूं की कीमत का पूर्वानुमान
अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के अनुसार, मार्च में वैश्विक उत्पादन अनुमान को बढ़ाया गया है. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में बेहतर फसल की उम्मीद है. लेकिन, चारे और अन्य उपयोगों के कारण खपत भी अधिक रहने की संभावना है. वहीं, BOT पर मई वायदा गेहूं की कीमत 528 सेंट प्रति बुशल बनी हुई है. व्यापारियों का कहना है कि यूरोप, अमेरिका और ब्लैक सी क्षेत्र में फसल की स्थिति अच्छी होने से कीमतों पर दबाव बना हुआ है.
इसके अलावा, भारत और चीन में जारी फसल कटाई भी दरों को नियंत्रण में रख रही है. हालांकि, USDA ने अमेरिका की औसत सीजनल फार्म प्राइस को 5 सेंट घटाकर 550 सेंट कर दिया है. BMI के अनुसार, 25 मार्च 2025 तक गेहूं की औसत कीमत 570.2 सेंट प्रति बुशल रही, जो 2024 के औसत 588.7 सेंट से कम है. इस साल अब तक (25 मार्च तक) गेहूं की कीमतों में कुल 0.4 फीसदी की मामूली वृद्धि हुई है.
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वैश्विक गेहूं उत्पादन का अनुमान
फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (FAO) के एग्रीकल्चरल मार्केटिंग इंफॉर्मेशन सिस्टम (AMIS) के मुताबिक, 2025 में वैश्विक गेहूं उत्पादन 796 मिलियन टन तक पहुंच सकता है, जो 2024 की तुलना में मामूली वृद्धि होगी. AMIS ने बताया कि इस वृद्धि का मुख्य कारण यूरोपीय संघ (EU) में गेहूं उत्पादन में सुधार होगा, जो 2024 में गिरावट के बाद फिर से बढ़ेगा. फ्रांस और जर्मनी में सॉफ्ट गेहूं की बुवाई बढ़ने की उम्मीद है, जिससे उत्पादन में इजाफा होगा.
कई देशों में अलग-अलग रुझान
रूस में लगातार तीसरे साल विंटर गेहूं की बुवाई घटने की संभावना है. यूक्रेन में 2025 में गेहूं का रकबा औसत से कम रह सकता है, क्योंकि युद्ध जारी है. भारत में गेहूं की पैदावार थोड़ी घटने का अनुमान है, लेकिन कुल उत्पादन 113 मिलियन टन पर स्थिर रह सकता है. FAO के मुताबिक, मध्य फरवरी के फील्ड आकलन के आधार पर चीन में गेहूं की फसल की स्थिति अनुकूल बनी हुई है. 2025 में उत्पादन 140 मिलियन टन रहने की संभावना है, जो पिछले साल के समान रहेगा.
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पाकिस्तान में गेहूं उत्पादन
वहीं, पाकिस्तान में गेहूं उत्पादन घटकर औसत स्तर के करीब आ सकता है. इसका मुख्य कारण सूखे मौसम और सिंचाई जल की कमी से फसल की कम पैदावार होना है. BMI के अनुसार, कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन (CFTC) के डेटा से पता चलता है कि 18 मार्च 2025 तक मैनेज्ड मनी मार्केट प्रतिभागियों ने गेहूं में 80,668 नेट शॉर्ट कॉन्ट्रैक्ट्स होल्ड किए. 11 मार्च को यह पोजीशन 77,412 कॉन्ट्रैक्ट्स थी, यानी इसमें बढ़ोतरी हुई है.
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